देश में चाय विकास के लिए टी डबलमेंट एंड प्रमोशन स्कीम के तहत 664 करोड़ रुपए के बजट का प्रावधान – भाटिया कांगड़ा चाय पर नेपाल व दार्जिलिंग के दखल को रोकने के लिए विशेष गुणवता पर होगा ध्यान लघु चाय उत्पादकों की आर्थिकी सुधारने और घटते उत्पादन पर हुई चर्चा टी बोर्ड आफ इंडिया की दो दिवसीय बैठक संपन्न l
पालमपुर में टी बोर्ड आफ इंडिया की दो दिवसीय बैठक संपन्न हुई। 250वीं बैठक में देश भर से चाय उत्पादन में बढ़ोतरी को लेकर जुटे 40 प्रतिभागियों ने दो दिनों तक चाय के उत्थान को लेकर मंथन किया । वहीं कांगड़ा चाय के घटते उत्पादन एवं चाय उद्योग की स्थिति का जायजा भी लिया गया । बैठक में टी बोर्ड आफ इंडिया के चेयरमैन अमरदीप सिंह भाटिया ने बताया कि दो दिवसीय बैठक में लघु चाय उत्पादकों की आर्थिकी सुधारने एवं चाय बागानों के घटते क्षेत्र पर विशेष चिंता जताई गई। उन्होंने बताया कि बैठक में पारित प्रस्ताव के तहत चाय उत्पादन बढ़ाने का फैसला लेना अति आवश्यक है।
भाटिया ने जानकारी दी कि देश में चाय विकास के लिए आने वाले दो वर्षों में टी डबलमेंट एंड प्रमोशन स्कीम के तहत 664 करोड़ रुपए का प्रावधान किया है इसमें 389 करोड़ रुपए चाय पौधरोपण में खर्च किया जाएगा। इसके अतिरिक्त लघु चाय उत्पादकों का अनुदान, चाय उद्योगों को सहयोग व चाय क्षेत्र को बढ़ावा दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि बैठक का लक्ष्य जिला से प्रदेश स्तर पर चाय का मूल्य निर्धारण, जीएसटी का डाटा हासिल करना और चाय उत्पादन को बढ़ाना है।
भाटिया ने कहा कि सर्दियों के दौरान दिसंबर में चाय का उत्पादन लगभग शून्य के कारण बागानों पर कोई कार्य नहीं होता है, लेकिन चाय की गुणवत्ता और उत्पादन में सुधार लाने के उद्देश्य से इस बंद को दिसंबर की जगह 30 नवंबर से लागू करने का फैसला लिया जाएगा। ताकि फरवरी में चायपती तुड़ान के लिए उत्पादन व गुणवत्ता में बढ़ोतरी हो सके। भाटिया ने कहा कि नकदी व पारंपरिक फसलों में बीमा सुविधा की तर्ज पर चाय को भी बीमा योजना में शामिल करने के लिए एक कमेटी का गठन करके कृषि विभाग, प्रदेश सरकार तथा चाय उत्पादकों से तालमेल बैठाया जाएगा। उन्होंने बताया कि चाय उत्पादन के बाद अवशेष का कुछ भाग ही इस्तेमाल होता है। कुछ उद्योग जैव उर्वरक बनाने के एवज में इसे चाय में मिला रहे हैं, इनपर सख्त कार्यवाही करने का बैठक में फैसला लिया गया।
उन्होंने कांगड़ा चाय पर नेपाल व दार्जिलिंग के दखल को रोकने के लिए उत्पादन एवं गुणवत्ता पर विशेष कार्य करने की जरूरत पर बल दिया। वी0 ओ0 2 – टी बोर्ड ऑफ इंडिया के सदस्य विनय शर्मा ने कहा कि बैठक में कांगड़ा चाय को लेकर विशेष रूप से चर्चा की गई है और कांगड़ा चाय के उत्थान ओर प्रमोशन , कांगड़ा चाय को मार्केट कैसे इस पर सुझाव दिए गए व पुरानी कोऑपरेटिव फैक्ट्री है व छोटे चाय डत्पादों की समास्यो के बारे बताया गया इन सभी मुद्दों पर टी आफ बार्ड के अध्यक्ष ने विचार करने का आश्वासन दिया है ।
कुल मिलाकर यह टी बोर्ड की बैठक है बहुत ही सफल हुई है ।
टी बोर्ड ऑफ इंडिया क्षेत्रीय कार्यालय पालमपुर के उपनिदेशक राकेश कुमार, ने कहा कि पालमपुर में टी बोर्ड इंडिया की दो दिवसीय 250वी बैठक का अयोजन किया गया । जिसमें टी बोर्ड के सदस्यों सहित प्रदेश के चाय उत्पादको ने भाग लिया । बैठक में बोर्ड के जितने भी में मुद्दे थे उन पर विस्तारपूर्वक चर्चा की गई । उन्होंने कहा कि आने वाले दो वर्षों में टी डबलमेंट एंड प्रमोशन स्कीम के तहत 664 करोड़ रुपए का प्रावधान किया है।
इसमें 389 करोड़ रुपए चाय पौधरोपण में खर्च किया जाएगा। इसके अतिरिक्त लघु चाय उत्पादकों को अनुदान, चाय उद्योगों को सहयोग व चाय क्षेत्र को बढ़ावा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि कांगड़ा चाय को लेकर भी चर्चा की गई कि कैसे कांगड़ा चाय को देश और विदेश में प्रमोट किया जाए । इस अवसर पर टी बोर्ड ऑफ इंडिया के उपाध्यक्ष सौरभ पहाड़ी सहित कई डेलीगेट मौजूद रहे।