रायपुर, 09 दिसंबर 2024
परिचय
छत्तीसगढ़ राज्य में महिलाओं के सशक्तिकरण के उद्देश्य से शुरू की गई महतारी वंदन योजना ने कई जरूरतमंद महिलाओं के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाए हैं। महासमुंद जिले के ग्राम बेमचा की श्रीमती लीला ध्रुव भी इस योजना का लाभ लेकर अपनी जिंदगी को आर्थिक स्थिरता की ओर ले गई हैं।
दुःखभरे दिनों से आशा की किरण तक का सफर
करीब 10 साल पहले लीला ध्रुव के पति का निधन हो गया, जिसके बाद उनकी जिंदगी संघर्षमय हो गई। बेटियों के विवाह के लिए उन्होंने अपनी जमीन बेच दी, जिससे उनकी आय का मुख्य स्रोत समाप्त हो गया। वे बमुश्किल दो वक्त की रोटी जुटा पाती थीं।
हालांकि, महतारी वंदन योजना ने उनकी जिंदगी में नई उम्मीद जगाई। मार्च 2024 से, उनके बैंक खाते में हर महीने ₹1,000 जमा होने लगे। इससे उन्हें दूसरों पर निर्भर रहने की जरूरत नहीं पड़ी। अब वे अपने खर्चे और स्वास्थ्य समस्याओं को भी बिना किसी परेशानी के संभाल पा रही हैं।
लीला ने खुशी जताते हुए कहा:
“यह योजना महिलाओं के लिए मील का पत्थर साबित हो रही है। जरूरतमंद महिलाओं के लिए यह मुश्किल समय का सहारा है।”
महतारी वंदन योजना की मुख्य विशेषताएं
- शुरुआत: योजना का शुभारंभ 10 मार्च 2024 को प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया गया।
- लाभार्थी: राज्य की लगभग 70 लाख महिलाएं योजना का लाभ उठा रही हैं।
- आर्थिक सहायता: हर महीने प्रत्येक महिला को ₹1,000 की आर्थिक मदद दी जा रही है।
- वित्तीय आँकड़े: मार्च से दिसंबर 2024 के बीच, लाभार्थियों को 6530.41 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता दी गई है।
- उद्देश्य: जरूरतमंद महिलाओं को आर्थिक स्वावलंबन प्रदान कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाना।
महिलाओं के जीवन में बदलाव
इस योजना ने कई महिलाओं को उनके जीवन में स्थिरता प्रदान की है। लीला ध्रुव का उदाहरण यह दर्शाता है कि कैसे यह योजना महिलाओं को जीवन के कठिन समय में सहारा प्रदान कर रही है। छोटी-छोटी आर्थिक सहायता से महिलाएं अपने परिवार का भरण-पोषण कर रही हैं और दैनिक समस्याओं का सामना कर रही हैं।
निष्कर्ष
महतारी वंदन योजना छत्तीसगढ़ राज्य में महिलाओं के जीवन में क्रांतिकारी बदलाव ला रही है। यह योजना केवल आर्थिक सहायता नहीं है, बल्कि यह आत्मनिर्भरता और सम्मान के साथ जीने का अवसर प्रदान कर रही है।
लीला ध्रुव जैसी महिलाओं की कहानियाँ इस बात का प्रमाण हैं कि सही दिशा में की गई सरकारी पहलें गरीब और जरूरतमंद वर्ग के जीवन को सशक्त बना सकती हैं। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय और प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की यह पहल महिलाओं के कल्याण और सशक्तिकरण के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित हो रही है।