रायपुर, 12 जुलाई 2024
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय द्वारा शुक्रवार को प्रदेश में मितानिनों को ऑनलाईन प्रोत्साहन राशि जारी की गई। जिसमें सरगुजा जिले में 3300 मितानिनों को लगभग 4 करोड़ राशि का भुगतान सीधे उनके खातों में किया गया है। सीएमएचओ कार्यालय सभाकक्ष में आयोजित जिला स्तरीय मितानिन सम्मलेन में विधायक अम्बिकापुर श्री राजेश अग्रवाल की अध्यक्षता में कलेक्टर श्री विलास भोसकर के विशिष्ट आतिथ्य में संपन्न हुआ। साथ ही जिले के समस्त विकासखण्डों में कार्यक्रम का आयोजन स्थानीय जनप्रतिनिधियों तथा मितानिन दीदियों की उपस्थिति में किए गए।
नवा सौगात कार्यक्रम के अंतर्गत मुख्यमंत्री श्री साय के द्वारा पं. दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम रायपुर में आयोजित प्रदेश स्तरीय कार्यक्रम के माध्यम से मितानिन प्रोत्साहन राशि राज्य स्तर से सीधे मितानिन दीदियों के बैंक खाते में भुगतान किया गया। इस अवसर पर विधायक श्री अग्रवाल ने उपस्थित मितानिनों को संबोधित करते हुए कहा कि मितानिनों को प्रोत्साहन राशि हेतु पूर्व में इंतजार करना पड़ता था, लेकिन अब मुख्यमंत्री श्री साय के निर्देशन में राज्य स्तर से माह में निर्धारित समय के भीतर राशि प्रदाय की जाएगी। उन्होंने कहा कि मितानिन महिला स्वयंसेवक हैं जिनकी भूमिका परिवार स्तर पर आउटरीच सेवाएं, सामुदायिक संगठन निर्माण और स्वास्थ्य प्रणाली में सुधार करने का प्रयास करना है। मुख्यमंत्री द्वारा दी गई इस सौगात पर उन्होंने सभी मितानिनों को बधाई दी।
कलेक्टर श्री भोसकर ने इस अवसर पर कहा कि आज गांव के अंतिम छोर में मितानिन अपने कर्तव्यनिष्ठा का परिचय दे रही है। स्वास्थ्य के साथ ही अन्य शासकीय व सामाजिक गतिविधियां का सुचारू रूप से संचालन करने ने मितानिनों की महत्वपूर्ण भूमिका है। संस्थागत प्रसव, टीकाकरण, पोषण, डायरिया, उल्टी दस्त, मलेरिया तथा अन्य स्वास्थ्य कार्यक्रमों में ग्रामीण स्तर तक इनकी जानकारी देने और सफल क्रियान्वयन में इनके द्वारा सतत प्रसास किया जाता है। समाज में महिलाओं की स्थिति जितनी सशक्त, प्रभावशाली और सुदृढ़ होती है, समाज उतना अधिक उन्नत सभ्य और प्रगितिशील होता है। गाँव में मितानिनो की सक्रियता से गाँव-घरों में होने वाले प्रसव कम हुए हैं एवं संस्थागत प्रसव में बढ़ोतरी हुई है। कलेक्टर ने समस्त मितानिनों को निर्देश दिये कि कार्य आधार पर प्रोत्साहन राशि का मूल्यांकन तथा सत्यापन निर्धारित समय के पूर्व पूर्ण कराना सुनिश्चित करें ताकि राज्य स्तर निर्धारित समय पर राशि मितानिनों को मिल सके।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आर.एन. गुप्ता ने कहा कि मितानिन द्वारा सतत जागरूकता से माताएं बच्चों के पोषण के प्रति सजग रहती हैं। जो कुपोषण जैसे खतरे से बच्चों को बचाता है। मितानिन के इस कार्य से जन्म एवं मृत्यु दर में कमी आयी है। मितानिन कार्यक्रम से ग्रामीण महिलाओ के जीवन स्तर में सुधार आया है। सरगुजा में कुल 3300 मितानिन कार्यरत हैं जिन्हें आज के कार्यक्रम में कार्य आधार पर प्रोत्साहन राशि लगभग 4 करोड़ रुपए मुख्यमंत्री द्वारा सीधे उनके खाते में हस्तांतरित किया गया।इसी क्रम में अतिथियों के द्वारा उत्कृष्ठ कार्य करने वाली मितानिन श्रीमती मीना, पार्वती, अनारो, नीभा, अनिता एवं विमला को प्रशस्ति पत्र एवं उपस्थित समस्त मितानिन दीदीयों को प्रोत्साहन स्वरूप शाल प्रदाय किया गया।
इस कार्यक्रम में सिविल सर्जन डॉ. जे.के. रेलवानी, डॉ. वाई.के. किण्डो, डॉ. पुष्पेन्द्र राम, सुश्री सीमा, जिला मितानिन श्रीमती रूबी सोनी, श्रीमती शशि राजवाड़े तथा शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र की मितानिन दीदीयों तथा अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।