प्रविष्टि तिथि: 29 JUL 2024 संस्कृति मंत्रालय भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देने और वैश्विक क्षेत्र में भारत की छवि को समन्वित तरीके से बढ़ाने के लिए “वैश्विक सहभागिता योजना” लागू करता है। इस योजना के तहत जनता के बीच परस्पर संपर्क और द्विपक्षीय सांस्कृतिक संपर्कों को बढ़ावा देने के लिए विदेशों में भारत महोत्सव (एफओआई) का आयोजन किया जाता है। लोक संगीत, लोक नृत्य, लोक रंगमंच और कठपुतली; शास्त्रीय और पारंपरिक नृत्य, प्रायोगिक/समकालीन नृत्य, शास्त्रीय/अर्ध शास्त्रीय संगीत, रंगमंच आदि जैसी लोक-कलाओं के जैसे विविध सांस्कृतिक क्षेत्रों के कलाकार विदेशों में आयोजित ‘भारत महोत्सव’ में प्रस्तुति देते हैं।
संस्कृति मंत्रालय भारत-विदेशी मैत्री सांस्कृतिक समितियों को अनुदान सहायता के माध्यम से भी विदेशों में भारतीय लोक कला, संस्कृति और संगीत को बढ़ावा देता है। इसके तहत विदेशों में विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों और गतिविधियों के आयोजन के लिए भारत- विदेशी मैत्री सांस्कृतिक समितियों को अनुदान जारी किया जाता है।
वर्ष 2013-14 से 2023-24 के दौरान विभिन्न देशों में कुल 62 भारत महोत्सव आयोजित किए गए हैं। इन भारत महोत्सव में लोक कलाकारों सहित कुल 2348 कलाकारों ने भाग लिया है।
भारत महोत्सव में प्रत्येक प्रस्तुति के लिए लोक कलाकारों को 35,000/- रुपये (मुख्य/नेता कलाकार को) तथा 7000/- रुपये (साथी कलाकार को) की दर से प्रस्तुति शुल्क का भुगतान किया जाता है।
संस्कृति मंत्रालय ‘वरिष्ठ कलाकारों के लिए वित्तीय सहायता योजना’ के नाम से एक योजना भी संचालित करता है, जिसके अंतर्गत 72,000/- रुपये तक की वार्षिक आय सहित गरीबी के हालात में रहने वाले 60 वर्ष या उससे अधिक आयु के वृद्ध कलाकारों (लोक कलाकारों सहित) को वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है। इन कलाकारों द्वारा अपने सक्रिय वर्षों में महत्वपूर्ण योगदान दिया होना चाहिए या वे अब भी कला, संस्कृति और साहित्य के लिए योगदान दे रहे हों। इस योजना के अंतर्गत चयनित कलाकारों को राज्य कलाकार पेंशन की राशि, यदि कोई हो, को समायोजित करने के बाद 6000/- रुपये प्रति माह तक की वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है।
संस्कृति मंत्रालय ने विभिन्न कला रूपों के अंतर्गत कलाकारों/समूहों को सूचीबद्ध किया है। विदेशों में भारत महोत्सवों में प्रस्तुति देने के लिए इस सूची में से कलाकारों का चयन किया जाता है। वर्तमान में, गुजरात के 11 लोक कलाकारों/समूहों सहित 15 कलाकार/समूह संस्कृति मंत्रालय के साथ सूचीबद्ध हैं। हालांकि, दाहोद का कोई भी कलाकार सूचीबद्ध नहीं है।
दाहोद के किसी भी कलाकार को “वरिष्ठ कलाकारों के लिए वित्तीय सहायता योजना” के तहत वित्तीय सहायता नहीं मिल रही है।”
यह जानकारी आज केंद्रीय संस्कृति और पर्यटन मंत्री श्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने लोकसभा में एक लिखित उत्तर में दी।