मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा है कि राजस्थान एक आदर्श सप्लाई चेन डेस्टिनेशन बनने के लिए उत्सुक है। ‘राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट’ के लिए अपनी जर्मनी यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री ने मंगलवार को म्यूनिख में इन्वेस्टर रोड शो में भाग लिया। उन्होंने जर्मन निवेशकों को राजस्थान में इकाईयां लगाने के लिए आमंत्रित किया।
श्री शर्मा ने जर्मनी के कारोबारी समूहों से राज्य के ऑटोमोबाइल, लॉजिस्टिक्स, पर्यटन, पेट्रोलियम, अक्षय ऊर्जा और अन्य क्षेत्रों में निवेश का आग्रह किया। उन्हांने कहा कि राजस्थान में निवेश के लिए बनाए गए वातावरण के सकारात्मक परिणाम मिलने लगे हैं। राइजिंग राजस्थान समिट की घोषणा के दो महीने की भीतर ही अब तक 15 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा के एमओयू पर हस्ताक्षर किये जा चुके हैं।
निवेशक रोड शो के अलावा मुख्यमंत्री की अगुवाई वाले प्रतिनिधि मंडल ने जर्मनी की कई बड़ी कम्पनियों के अधिकारियों से मुलाकात की। इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी ने कहा कि राजस्थान नवाचार अपनाकर तकनीकी प्रगति को बढावा दे रहा है।
इसके लिए जर्मनी के साथ प्रमुख व्यवसायिक क्षेत्रों में सहयोग के लिए तत्पर है। इधर, राइजिंग राजस्थान प्री समिट में माइनिंग सेक्टर में करीब 50 हजार करोड़ के एमओयू होंगे। खान विभाग के प्रमुख शासन सचिव टी. रविकान्त ने बताया है कि आठ नवम्बर को जयपुर में आयोजित समिट में ये एमओयू किये जाएंगे। श्री रविकान्त कल खनिज भवन में माइंस और पेट्रोलियम सेक्टर के प्री समिट की तैयारियों की समीक्षा बैठक ले रहे थे। इस बीच, आज से जिला स्तरीय इन्वेस्टर समिट शुरू हो रहे हैं।
इसके तहत जैसलमेर, बांसवाडा, सवाईमाधोपुर और हनुमानगढ में समिट रखे गये हैं। हमारी हनुमानगढ संवाददाता ने बताया कि समिट में विभिन्न उद्योगों से जुड़े लोग मौजूद रहेंगे। इसके अलावा विभिन्न इकाईयों को दर्शाती प्रदर्शनी भी लगाई गई है।