आज 5 अगस्त किस मायने में खास है। आज देश के प्रसिद्ध हिन्दी कवि शिव मंगल सिंह सुमन का जन्मदिन है। आज के ही दिन सन् 1915 में श्री सुमन का जन्म उत्तरप्रदेश के उन्नाव में हुआ था। उन्होंने मध्यप्रदेश के रीवा, ग्वालियर आदि स्थानों पर रहकर शिक्षा प्राप्त की। वे विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन के कुलपति भी रहे वहीं उज्जैन की ही कालिदास अकादमी के कार्यकारी अध्यक्ष भी रहे।
पद्मभूषण से सम्मानित सुमन जी की मृत्यु के बाद, भारत के तत्कालीन प्रधान मंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने कहा, “डॉ. शिव मंगल सिंह ‘सुमन’ केवल हिंदी कविता के क्षेत्र में एक शक्तिशाली चिह्न ही नहीं थे, बल्कि वह अपने समय की सामूहिक चेतना के संरक्षक भी थे। आज के दिन की शुुरुआत शिव मंगल सिंह सुमन के विचार से ही करते हैं- गति प्रबल पैरों में भरी फिर क्यों रहूँ दर दर खड़ा। जब आज मेरे सामने, है रास्ता इतना पड़ा। जब तक न मंजील पा सकूं, तब तक न मुझे विराम है, चलना हमारा काम है… चलना हमारा काम है।