रेल पहिया कारखाना का आरेडिका द्वारा अधिगृहण करने के बाद पहिया निर्माण को भी गति मिल गई है। 4 माह में ही गत वर्ष की अपेक्षा पहिया उत्पादन 61 प्रतिशत ज्यादा हुआ है। आरेडिका अब रेलडिब्बों के साथ ही पहिया उत्पादन में भी नये कीर्तिमान स्थापित कर रहा है। आरेडिका अब अपने ही कारखाने में बने रेल पहियों पर यहां बने रेलडिब्बे दौड़ने लगे हैं। अभी तक रेल पहिया कारखाने को राष्ट्रीय इस्पात निगम संचालित कर रहा था, आरेडिका इस्पात निगम द्वारा बनाये गए फोर्ज्ड पहियों को खरीदता था।
इस्पात निगम में पहिया निर्माण की धीमी गति के चलते समय से आरेडिका को पहिया न मिल पाने के कारण कोचों का उत्पादन प्रभावित होता था। इससे निपटने के लिए रेलवे बोर्ड द्वारा इसे अधिगृहण कर आरेडिका को दे दिया गया है। अब आरेडिका की देखरेख में ही पहिया निर्माण होने लगा, जिससे पहिया तथा कोच निर्माण दोनों को गति मिली है।
आरेडिका के GM प्रशांत कुमार मिश्र ने दूरदर्शन से बात करते हुए बताया, कि पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष की तिमाही में ही 132% पहियों के निर्माण में वृद्धि हुई है। इससे हमारे कोचों के निर्माण में भी उछाल आने के साथ ही अधिक मात्रा में पहियों का उत्पादन होने से इनको बेच सकेंगे। जिससे रेलवे की और अधिक इनकम जनरेट होगी।