न्यूजीलैंड, मिस्र, बांग्लादेश और यूरोप में अधिक स्थानों पर नए स्टोर खोलने की योजना, अगले साल में 100 नए स्टोर की शुरुआत का लक्ष्य
- 7000 और कर्मचारियों की नियुक्ति के साथ कर्मचारियों की कुल संख्या 28,000 करने का लक्ष्य
- झारखंड, गोवा, असम, त्रिपुरा और जम्मू-कश्मीर जैसे राज्यों में मौजूदगी बढ़ाने की योजना
- अब तक की तारीख में मलाबार ग्रुप की सीएसआर से जुड़ी पहलों पर 234 करोड़ से ज्यादा का खर्च
कोड़िकोड, अप्रैल, 2024: दुनिया के छठे सबसे बड़े आभूषण समूह और डेलॉइट की लक्जरी उत्पादों की वैश्विक रैंकिंग में 19वां स्थान हासिल करने वाले मलाबार गोल्ड एंड डायमंड्स ने पिछले वित्त वर्ष में 51,218 करोड़ रुपये के वार्षिक खुदरा वैश्विक कारोबार के साथ नई उपलब्धि हासिल करने का ऐलान किया है. यह उल्लेखनीय वृद्धि दुनिया भर में एक विश्वसनीय आभूषण ब्रांड के रूप में मालाबार गोल्ड एंड डायमंड्स के तेजी से उभार को दिखाती है.
मलाबार गोल्ड एंड डायमंड्स ने महज तीन दशक में वैश्विक आभूषण उद्योग में अभूतपूर्व सफलता हासिल की है. कंपनी का मुख्यालय केरल में स्थित है. ब्रांड की रणनीतिक खुदरा विस्तार की योजना भारत एवं दूसरे देशों के बाजार तक फैली हुई है. इस योजना का लक्ष्य दुनियाभर में एक अग्रणी ब्रांड के तौर पर कंपनी को स्थापित करना है. वर्तमान में मलाबार गोल्ड एंड डायमंड्स 13 देशों में 345 स्टोर का परिचालन करती है. कंपनी की योजना न्यूजीलैंड, मिस्र, बांग्लादेश और यूरोप में अधिक जगहों पर नए स्टोर खोलने की है. अगले एक साल में 100 नए स्टोर की शुरुआत के लक्ष्य के साथ कंपनी की योजना अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया जैसे मौजूदा बाजारों में अपनी उपस्थिति को और मजबूत बनाना है. कंपनी की योजना 7000 और कर्मचारियों की नियुक्ति करना है. इससे कंपनी के कर्मचारियों की कुल संख्या बढ़कर 28,000 हो जाएगी. दुनिया के 26 देशों में कंपनी के 21,000 कर्मचारी काम करते हैं जो विभिन्न भाषाएं बोलने में सक्षम हैं. मलाबार एक गतिशील एवं समावेशी कार्य संस्कृति की पेशकश करती है.
मलाबार गोल्ड एंड डायमंड्स की योजना अपने मौजूदा परिचालन वाले राज्यों में अधिक स्टोर खोलने के साथ-साथ झारखंड, गोवा, असम, त्रिपुरा, और जम्मू-कश्मीर में अपनी मौजूदगी बढ़ाने की है. वर्तमान में भारत के अलावा संयुक्त अरब अमीरात, कतर, कुवैत, ओमान, सऊदी अरब, बहरीन, सिंगापुर, मलेशिया, अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया में कंपनी के स्टोर हैं. मलाबार गोल्ड एंड डायमंड्स के पास अपना खुद का अत्याधुनिक स्टूडियो, ट्रेनिंग सेंटर और शोध एवं विकास विभाग है. कंपनी अर्न्स्ट एंड यंग, डेलॉयट, एक्सेंचर और आईबीएम जैसी वैश्विक प्रतिष्ठित सलाहकार कंपनियों की सेवाओं का लाभ उठाती है.
कंपनी आठ देशों में 14 सप्लाई चेन मैनेजमेंट इकाइयों और पांच देशों में 15 आभूषण विनिर्माण इकाइयों का परिचालन करती है. वहीं, डिजाइन स्टूडियो के जरिए 25 से अधिक खास ब्रांड कलेक्शन के प्रदर्शन में मदद मिल पाती है. भारत में कंपनी की विनिर्माण इकाइयां केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक, तेलंगाना, महाराष्ट्र और पश्चिम बंगाल में स्थित हैं. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ये इकाइयां संयुक्त अरब अमीरात, सऊदी अरब, कतर, ओमान और बांग्लादेश में स्थित हैं. इनके अलावा जयपुर, सूरत, हैदराबाद, उत्तर प्रदेश, राजस्थान एवं गुजरात में आभूषण बनाने वाली नई फैक्ट्री लगाए जाने की भी योजना है. दुनिया के करीब 100 देशों में 1.5 करोड़ ग्राहक संख्या के साथ मलाबार गोल्ड एंड डायमंड्स वैश्विक आभूषण क्षेत्र में उत्कृष्टता की पहचान है. कंपनी ‘मेक इन इंडिया, मार्केट टू द वर्ल्ड’ के मिशन के साथ काम करती है.
मलाबार ग्रुप का मुख्यालय कोड़िकोड में है. वहीं, अंतरराष्ट्रीय मुख्यालय दुबई और नेशनल हब मुंबई में है. ये रणनीतिक लोकेशन ब्रांड को मौजूदा और भविष्य के व्यावसायिक लक्ष्यों को हासिल करने में मदद करते हैं. इनमें आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन, सोर्सिंग, ई-कॉमर्स, डिजिटल मार्केटिंग, सीआरएम, ओमनी-चैनल ऑपरेशन्स, कॉर्पोरेट गिफ्टिंग, बी2बी डिवीजन, ह्यूमन रिसोर्स और कानूनी, मर्चेंडाइजिंग और बुलियन शामिल हैं. इन केंद्रों की मदद से ब्रांड वृद्धि के साथ नई ऊंचाइयों पर पहुंचकर नेतृत्व करने की स्थिति में पहुंच जाता है.
मलाबार गोल्ड एंड डायमंड्स विशेष रूप से जिम्मेदार खनन कार्यों और वैध आपूर्तिकर्ताओं से सोने एवं हीरे की सोर्सिंग करता है. इससे उनके गहनों की शुद्धता सुनिश्चित होती है और इस तरह कंपनी जिम्मेदार ज्वेलर के तौर पर अपनी प्रतिष्ठित बरकरार रखती है. ब्रांड उचित कारोबारी प्रथाओं, पारदर्शी फंड प्रबंधन और वैश्विक संचालन में पेशेवर तौर-तरीके अपनाने, व्यापारिक संस्थानों, वित्तीय संस्थाओं और सरकारी नियामकों के साथ प्रतिबद्धताओं को पूरा करने को बढ़ावा देता है. जिम्मेदार स्रोतों से ‘रैंड प्योर गोल्ड’ का आयात सही सोर्सिंग के प्रति कंपनी के समर्पण को दर्शाता है. मलाबार गोल्ड एंड डायमंड्स अपने परिचालन वाले सभी देशों की कानूनी प्रक्रिया एवं कर प्रणाली का पूरी तरह से अनुपालन करती है और कर देनदारी को पूरा करके उन देशों के विकास में योगदान करती है. इनके साथ-साथ मलाबार समूह टैक्स चोरी और सोने की तस्करी के खिलाफ जागरूकता अभियान चलाता है.
कंपनी की सफलता को लेकर मलाबार ग्रुप के चेयरमैन एमपी अहमद ने कहा, “एक जिम्मेदार आभूषण विक्रेता के रूप अपनी स्थिति बनाए रखना हमारी सबसे बड़ी जिम्मेदारी है. वैश्विक स्तर पर अपनी मौजूदगी को देखते हुए जिम्मेदार तरीके से सोने की सोर्सिंग को लेकर हमारा समर्पण बना हुआ है ताकि इसके खनन से किसी भी व्यक्ति और खासकर बच्चों, पशुओं के अधिकारों का उल्लंघन ना हो और ना ही उनकी रिहाइश को किसी तरह का नुकसान पहुंचें. इससे उचित प्रैक्टिस एवं पारदर्शी फंड मैनेजमेंट सुनिश्चित होता है. इस प्रतिबद्धता से हमें ग्राहकों का विश्वास हासिल हो पाया है. हम जिम्मेदारी से खनन की गई सामग्रियों की सोर्सिंग और उन समुदायों के लिए सकारात्मक योगदान देने के लिए समर्पित हैं, जिन्हें हम अपनी सेवाएं देते हैं.”
मलाबार गोल्ड एंड डायमंड्स ‘वन इंडिया वन गोल्ड रेट’ स्कीम जैसी पहलों के जरिए असाधारण मूल्य एवं सेवाएं प्रदान करने को लेकर प्रतिबद्ध है. ‘वन इंडिया वन गोल्ड रेट’ जैसी पहल से देशभर में सोने की एक कीमत सुनिश्चित होती है. कंपनी अपने ग्राहकों से दस वादे करती हैं. इनमें शुद्ध वजन, पत्थर के वजन एवं पत्थर के शुल्क को लेकर विस्तृत विवरण के साथ कीमतों में पारदर्शिता सुनिश्चत करना शामिल है. ग्राहकों को ज्वेलरी पर लाइफटाइम फ्री मेंटेनेंस का लाभ भी मिलता है. इसके साथ ही ग्राहकों को पुराने गहनों के एक्सचेंज पर 100 प्रतिशत वैल्यू मिलती है. कंपनी के गहने एचयूआईडी हॉलमार्क के साथ आते हैं जो उनकी शुद्धता की गारंटी सुनिश्चित करता है. इनके अलावा, ब्रांड 28 लैब टेस्ट के माध्यम से क्वालिटी एश्योरेंस के साथ आईजीआई-जीआईए-प्रमाणित हीरे उपलब्ध कराता है. इसके साथ-साथ कंपनी सभी गहनों के लिए पुनर्खरीद की गारंटी और एक साल का निशुल्क इंश्योरेंस कवरेज उपलब्ध कराती है. इन सबसे इतर कंपनी स्वीकृत स्रोतों से सोने की जिम्मेदार सोर्सिंग, कर्मचारियों के लिए उचित वेतन के साथ सही तरह से व्यवहार, लाभ एवं अच्छे कामकाजी माहौल की पेशकश करती है.