टोंक जिले के आंवा गांव में विदेश से MBA की पढ़ाई कर लोटे सरपंच बने युवाओ की आवाज… MBA युवा सरपंच दिव्यांश भारद्वाज ने बदली पंचायत की तस्वीर….
मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने नवाजा यशस्वी सरपंच की उपाधि से…
ग्रामीण विकास और युवाओ का युवाओ के लिए कुछ कर गुजरने का जज्बा क्या होता है यह देखना हो तो टोंक जिले के आंवा ग्राम पंचायत के युवा एमबीए सरपंच दिव्यांश भारद्धाज द्दारा ग्राम पंचायत की तस्वीर ओर पंचायत में आये बदलावों से देखा जा सकता है जिन्हें हाल ही के दिनों में मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने एक कार्यक्रम में सम्मानित भी किया है ग्राम पंचायत के होनहार छात्र-छात्राओं को हवाई सफर कराने के नवाचार से लेकर ग्राम पंचायत भवन में प्रतियोगी परीक्षा की तैयारियों में जुटे छात्र- छात्राओं के लिए आधुनिक सुविधाओं युक्त लाइब्रेरी के संचालन से लेकर हेरिटेज लुक वाले पंचायत भवन ओर गांव के शमशान को पार्क जैसा बनाने के प्रयास वाकई काबिले तारीफ है गांव में होते बदलावों को देखकर लोग तारीफ करते है तो युवा अपने 28 वर्षीय सरपंच की तारीफ करते नही थकते है स्विजरलैंड से एमबीए करके लोटे दिव्यांश भारद्धाज ने सेवा के लिए राजनीति को चुना ओर बन गए आंवा के सरपंच आज आंवा पंचायत आदर्श ग्राम पंचायत है जो कि उनके विकास कार्य उनकी सोच और सफलता की कहानी खुद कह रहे ही ।
कहते है हवा, पानी और नोजवान अपना रास्ता खुद बना लेते है ऐसा ही हुआ आंवा गांव के 28 वर्षीय दिव्यांश भारद्धाज के साथ जिन्हें उनके पिता ने एमबीए की पढ़ाई करने स्विजरलैंड भेजा था और उन्होंने एमबीए किया और भारत आकर जॉब करने लगे लेकिन गांव उन्हें अपनी ओर खेचता रहा और फिर 2020 में उन्होंने अपने गांव में सरपंच का चुनाव लड़ने का निर्णय लिया तो गांव के युवाओ के साथ हर तबके का उन्हें सहयोग मिला और वह 24 साल की उम्र में बन गए आंवा के युवा सरपंच इससे पहले उनकी माताजी भी इस ग्राम पंचायत की सरपंच रह चुकी थी ।
सरपंच बनने के साथ ही पहले कुछ महीनों का समय कोरोना काल के रूप में बिता लेकिन जब हौसले विकास और नवाचार के हो तो कोई कार्य मुश्किल नही होता है ऐसे में अपनी पंचायत को नवाचारों की पाठशाला बनाने से दिव्यांश को कोई नही रोक पाया सबसे पहले ग्राम पंचायत भवन को हेरिटेज लुक देने से नवाचार करने और विकास के नए आयाम स्थापित करने की शुरुआत हुई ,फिर गांव की सरकारी स्कूल में सेकेंडरी ओर सीनियर सेकेंडरी के टॉपर छात्र छात्राओं को हवाई सफर कराकर उनके होसलो को नई ऊंचाइयों तक ले जाने का नवाचार किया गया और कभी उदयपुर ले जाकर तो कभी दिल्ली ले जाकर युवाओ की दर्शनीय स्थलों का अवलोकन करवाया गया पर अभी कुछ कमी थी तो सोचा युवाओ के सपनो को साकार करने की लिए गांव में वातानुकूलित लाइब्रेरी गर्ल्स ओर बॉयज के लिए अलग अलग सिटिंग अरेंजमेंट करके प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारियों में जुटे युवाओ को सम्बल दिया जा सकता है और ऐसा ही हुआ आज इनका यह नवाचार युवाओ को खूब भा रहा है ।
युवा सरपंच दिव्यांश भारद्धाज महज नवाचारों के लिए सरपंच बनकर नही रहना चाहते है वह तो विकास के नए आयाम स्थापित करने और युवाओ को भविष्य के सपने साकार करने की राह दिखाने की बात करते है आंवा पंचायत में संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर पार्क का निर्माण संविधान के प्रति इनके आदर को दर्शाता है तो पंचायत भवन का हेरिटेज लुक इनकी युवा सोच की कल्पना है वही गांव में सामुदायिक भवन का निर्माण हो या फिर किसी बड़े शहर की तर्ज पर सरस्वती भवन का निर्माण सुविधाओ के निर्माण और विकास की कहानी कहता है वही किसी गाँव की सबसे बड़ी समस्या श्मशान घाट के जीर्णोद्धार को देखकर कोई भी कह उठे की वाह कितना खूबसूरत पार्क है जिसका निर्माण कार्य प्रगर्ति पर है । एक युवा सरपंच के मजबूत इरादों ओर नवाचारों की सफलता की कहानी का प्रमाण यह है कि टोंक जिले की आंवा ग्राम पंचायत आज अपने विकास कार्यों वह नवाचारों के कारण 2023 में आदर्श ग्राम पंचायत बन चुकी है