केन्द्र व राज्य सरकार की योजनाएं अब युवाओं को स्वरोजगार के क्षेत्र में आगे बढ़ाने में काफी मददगार साबित हो रही हैं। चंपावत जिले में कई युवाओं ने कृषि और बागवानी की मदद से नए रास्ते तलाशे हैं। चंपावत के देवीधुरा, वालिक, पिपलाटी, पाटन पाटनी, चंपावत सहित दर्जनों गाँवो में युवा गैंदा, स्टोमा, कार्नेशन, ग्लेडियोलस, जरबेरा, लिलियम जैसे फूलों की खेती कर रहे हैं।
जिला उद्यान अधिकारी टीएन पाण्डेय ने बताया कि पिछले 4 वर्षों में लगभग 5 हेक्टेयर क्षेत्रफल में युवाओं द्वारा विभिन्न फूलों की खेती की जा रही है। इससे वे अच्छा मुनाफा भी कमा रहे हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश में आयोजित पुष्प उत्पादन प्रदर्शनी में जिले को अनेक पुरस्कार भी मिल चुके हैं।
टी एन पाण्डेय 26 सेकेंड जिले के पाटी विकासखण्ड के पिपलाटी गांव के मनोज भट्ट बताते हैं कि वे पहले दिल्ली में नौकरी करते थे। अब उन्होंने स्वरोजगार के तहत अपने गाँव में ही फूलों की खेती शुरू की है।