छतरपुर। प्राय: देखा गया है कि तत्काल में जब रेयर नेगेटिव ब्लड की आवश्यकता पड़ जाती है तो ब्लड बैंक प्रभारी व स्टाफ से लेकर लेवर रूम की स्टाफ नर्स सभी लोग ब्लड की व्यवस्था में प्रयासरत हो जाते है कि कैसेे भी मरीज की जान बच जाए।
आपाजी ब्लड ग्रुप के रफत खान ने जानकारी दी कि जिला अस्पताल में एक महिला की ऑपरेशन से डिलेवरी होना थी जिसका रेयर ब्लड ओ नेगेटिव था जो कहीं मिल नही रहा था। उधर पीडि़त महिला का ऑपरेशन तत्काल होना था लेवर रूम की स्टाफ नर्सों द्वारा यह जानकारी ब्लड बैंक प्रभारी डॉ श्वेता गर्ग को दी गई किंतु ब्लड बैंक में उक्त ब्लड ग्रुप न होने के कारण डा श्वेता गर्ग द्वारा यह जानकारी आपाजी ब्लड ग्रुप को दी गई तब ग्रुप के प्रयास से ग्रुप सदस्य मोहम्मद रोशन जिनका ब्लड ग्रुप ओ नेगेटिव था उन्होंने तुरंत आकर पीडि़ता के लिए रक्तदान किया और महिला का ऑपरेशन संभव हुआ। उन्होंने अपना सातवां रक्तदान भी पूर्ण किया। उन्होंने अपने संदेश में कहा मैं शुरू से आपाजी ब्लड ग्रुप से जुड़ा हूं जब जिसको जरूरत होती है तो ग्रुप की प्रेरणा से में रक्तदान करने चला आता हूं। डा श्वेता गर्ग स्टाफ नर्सों ने और महिला के परिजनों ने समय रहते मदद करने और जान बचाने के लिए मोहम्मद रोशन की प्रशंसा की और आभार व्यक्त किया।




