कृषि अर्थशास्त्रियों के 32वें अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में 75 देशों के प्रतिनिधि शामिल हो रहे हैं, जो डिजिटल कृषि, टिकाऊ कृषि-खाद्य प्रणालियों और भारत की कृषि में हाल की प्रगति पर चर्चा कर रहे हैं। यह सम्मेलन वैश्विक कृषि समस्याओं पर ध्यान केंद्रित करता है, जैसे जलवायु परिवर्तन, प्राकृतिक संसाधनों का क्षरण, और बढ़ती उत्पादन लागत।