माता श्री चिंतपूर्णी में शुरू हुआ श्रावण अष्टमी नवरात्र मेला, रंग-बिरंगे फूलों से दुल्हन की तरह सजा माता का दरबार, श्रद्धालुओं ने माता की पावन पिंडी के दर्शन कर नवाया शीश। एंकर — उत्तर भारत के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल माता श्री चिंतपूर्णी के दरबार में श्रावण अष्टमी नवरात्र मेला सोमवार सुबह विधिवत पूजा अर्चना के साथ शुरू हुआ। मंदिर के पुजारी वर्ग ने हवन यज्ञ में आहुतियां डालकर माता के इस पवित्र मेले का शुभारंभ किया। माता श्री चिंतपूर्णी के दरबार में साल भर में होने वाले सबसे बड़े आयोजन के लिए माता के मंदिर को रंग-बिरंगे फूलों से दुल्हन की तरह सजाया गया है। श्रावण अष्टमी के नवरात्र मेले के पहले ही दिन हजारों श्रद्धालुओं ने माता के पवित्र पिंडी के दर्शन किए।
प्रसिद्ध शक्तिपीठ माता श्री चिंतपूर्णी में सोमवार को श्रावण नवरात्र मेलों का आगाज हो गया है। यह श्रावण मास के नवरात्रे दस दिनों तक चलेंगे इस दौरान चिंतपूर्णी मंदिर को दुल्हन की तरह सजाया गया है। देश विदेश से मंगवाए गए रंग-बिरंगे फूलों से मंदिर की शोभा देखते ही बन रही है। माता रानी के नवरात्रों के लिए मंदिर प्रशासन द्वारा श्रद्धालुओं की सुख सुविधा और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये है। नवरात्रों के पहले दिन ही माता रानी की पवित्र पिंडी के दर्शन करने के लिए देश-विदेश से श्रद्धालुओं का आना शुरू हो गया है।
नवरात्र मेले में श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए प्रशासन द्वारा मां के भक्तों को पर्ची सिस्टम के जरिये ही दर्शन करवाए जा रहे है। वहीं मेले के दृष्टिगत मेला क्षेत्र को दस सैक्टरों में विभाजित किया गया है और प्रत्येक सैक्टर में एक-एक सैक्टर मैजिस्ट्रेट व एक-एक सैक्टर पुलिस अधिकारी की तैनाती की गई है। वहीं पुलिस द्वारा मेले के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को चाक चौबंद करने के लिए करीब 1200 पुलिस और होमगार्ड जवानों की तैनाती की गई हैं।
सुरक्षा के मद्देनजर मंदिर न्यास द्वारा मेला क्षेत्र में सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं। डीसी ऊना जतिन लाल ने कहा कि नवरात्र मेले के लिए सभी तरह की तैयारियां मुकम्मल कर ली गई है, श्रद्धालुओं की हर सुख सुविधा के लिए व्यापक प्रबंध किए गए हैं। जिला प्रशासन की तरफ से जहां श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर पुलिस और होमगार्ड के जवानों को जिम्मेदारी सौंपी गई है वहीं मंदिर परिसर और मेला क्षेत्र में सफाई व्यवस्था का समुचित ध्यान रखा गया है। उन्होंने बताया कि मेले के दौरान श्रद्धालुओं को व्यवस्थित तरीके से माता की पावन पिंडी के दर्शन कराने के लिए भी व्यवस्था तय की गई है।
मेले के पहले दिन सैंकड़ों की तादाद में श्रद्धालुओं ने माता की पवित्र पिंडी के दर्शन किये। श्रावण नवरात्रो में माता चिंतपूर्णी के दर्शनों के लिए देश ही नहीं बल्कि विदेश से भी श्रद्धालु पहुंचे और विधिवत पूजा अर्चना कर अपनी मनोकामनाएं मांगी। श्रद्धालुओं की माने तो माता चिंतपूर्णी श्रद्धालुओं की चिंताएं दूर करती है और सभी मन्नतें पूरी होती है।