Thursday, August 7, 2025

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सचिव रायमोंडो और मंत्री गोयल ने छठी संयुक्त राज्य अमेरिका-भारत वाणिज्यिक वार्ता बैठक में भाग लिया

संयुक्त राज्य अमेरिका की वाणिज्य सचिव जीना रायमोंडो और भारत के वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने 3 अक्टूबर, 2024 को वाशिंगटन, डी.सी. में संयुक्त राज्य अमेरिका-भारत वाणिज्यिक वार्ता (वाणिज्यिक वार्ता) की छठी मंत्रीस्तरीय बैठक में भाग लिया। सचिव और मंत्री ने मार्च, 2023 में भारत के नई दिल्ली में हुई पांचवीं मंत्रिस्तरीय बैठक के बाद से हुई निम्नलिखित उपलब्धियों की समीक्षा की:

  • सेमीकंडक्टर से संबंधित समझौता ज्ञापन (एमओयू): सचिव और मंत्री ने सुदृढ़, सुरक्षित एवं टिकाऊ सेमीकंडक्टर आपूर्ति श्रृंखला की सुविधा की दिशा में दोनों पक्षों के निरंतर प्रयासों की सराहना की। संयुक्त राज्य अमेरिका-भारत वाणिज्यिक वार्ता के ढांचे  के तहत सेमीकंडक्टर आपूर्ति श्रृंखला एवं नवाचार संबंधी साझेदारी स्थापित करने वाले समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर के बाद से, यूएस सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री एसोसिएशन और  इंडिया इलेक्ट्रॉनिक्स सेमीकंडक्टर एसोसिएशन ने यूएस के तहत शुरू किए गए अपने निजी क्षेत्र के “तत्परता मूल्यांकन” को पूरा कर लिया है। इस “तत्परता मूल्यांकन” की  शुरुआत उद्योग में निकट अवधि के अवसरों की पहचान करने और सेमीकंडक्टर से  संबंधित पूरक इकोसिस्टम के दीर्घकालिक रणनीतिक विकास की सुविधा के लिए महत्वपूर्ण एवं उभरती प्रौद्योगिकी से जुड़ी संयुक्त राज्य अमेरिका-भारत पहल के तहत की गई थी। सचिव और मंत्री ने निवेश, संयुक्त उद्यम एवं प्रौद्योगिकी संबंधी साझेदारी जैसे पारस्परिक रूप से लाभप्रद व्यावसायिक अवसरों की दिशा में अमेरिकी और भारतीय कंपनियों के बीच सहयोग को सुविधाजनक बनाने तथा दोनों देशों को लाभ पहुंचाने के लिए प्रतिभा एवं श्रमशक्ति के विकास को बढ़ावा देने हेतु समझौता ज्ञापन के तहत काम करना जारी रखने का वादा किया।
  • इनोवेशन हैंडशेक एमओयू: सचिव और मंत्री ने नवंबर 2023 में सन फ्रांसिस्को और मार्च 2024 में नई दिल्ली में बुलाई गई दो गोलमेज बैठकों की सफलता का स्वागत किया, जिससे दोनों देशों के स्टार्टअप इकोसिस्टम एक साथ आए और संयुक्त राज्य अमेरिका-भारत वाणिज्यिक वार्ता की रूपरेखा के तहत एक इनोवेशन हैंडशेक के जरिए इनोवेशन इकोसिस्टम को उन्नत करने हेतु समझौता ज्ञापन के तहत अपनी महत्वाकांक्षाओं को आगे बढ़ाया।
  • संयुक्त राज्य अमेरिका – भारत ऊर्जा उद्योग नेटवर्क (ईआईएन): सचिव और मंत्री ने मार्च 2024 में नई दिल्ली में क्लीन एज एंड एनवायरनमेंटल टेक्नोलॉजीज बिजनेस डेवलपमेंट मिशन के दौरान आयोजित ईआईएन गोलमेज सम्मेलन में किए गए कार्यों की सराहना की। यह व्यापार मिशन टिकाऊ एवं सुरक्षित स्वच्छ ऊर्जा के बाजारों को विकसित करने एवं भारत में पर्यावरणीय समाधानों को अपनाने में तेजी लाने में मदद करने हेतु 12 अमेरिकी कंपनियों को भारत लाया। ईआईएन गोलमेज सम्मेलन के दौरान किए गए विचारों के आदान-प्रदान ने 16 सितंबर, 2024 को वाशिंगटन में अमेरिकी ऊर्जा सचिव और भारतीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री द्वारा बुलाई गई संयुक्त राज्य अमेरिका-भारत रणनीतिक स्वच्छ ऊर्जा साझेदारी (एससीईपी) की मंत्रिस्तरीय बैठक को सूचित करने में मदद की।
  • समृद्धि के लिए इंडो-पैसिफिक इकोनॉमिक फ्रेमवर्क (आईपीईएफ): सचिव और मंत्री ने हाल ही में सितंबर में वर्चुअल आईपीईएफ मंत्रिस्तरीय बैठक में घोषित महत्वपूर्ण प्रगति  की भी सराहना की, जिसमें आईपीईएफ भागीदारों के लिए आईपीईएफ आपूर्ति श्रृंखला समझौते के तहत आपूर्ति श्रृंखला की सुदृढ़ता को बेहतर बनाने के लिए किए जा रहे कार्य भी शामिल हैं। उन्होंने आईपीईएफ आपूर्ति श्रृंखला परिषद की सहमति के अनुसार बैटरी और स्वास्थ्य संबंधी देखभाल से जुड़े संभावित उत्पादों पर ध्यान देने के साथ सेमीकंडक्टर, रसायन, महत्वपूर्ण खनिजों के महत्वपूर्ण क्षेत्रों में शुरुआत में सहयोग करने की अपनी प्रतिबद्धता को रेखांकित किया।

सचिव और मंत्री ने भारत- संयुक्त राज्य अमेरिका रणनीतिक व्यापार वार्ता तथा मानक एवं अनुरूपता सहयोग कार्यक्रम (एससीसीपी) सहित अन्य संयुक्त प्रयासों की भी समीक्षा की। आगे की ओर देखते हुए, उन्होंने भविष्य के सहयोग के लिए निम्नलिखित प्राथमिकताओं पर चर्चा की:

  • महत्वपूर्ण खनिजों से संबंधित समझौता ज्ञापन: सचिव और मंत्री ने इस बात की पुष्टि की कि सुदृढ़ आपूर्ति श्रृंखला द्विपक्षीय वाणिज्यिक संबंधों के लिए एक साझा नीतिगत प्राथमिकता बनी हुई है। 3 अक्टूबर, 2024 को, उन्होंने महत्वपूर्ण खनिजों की आपूर्ति श्रृंखलाओं के विस्तार और उनमें विविधता लाने से संबंधित एक नए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए, जिसका उद्देश्य महत्वपूर्ण खनिज के क्षेत्र में अधिक सुदृढ़ता सुनिश्चित करने हेतु दोनों देशों की पूरक शक्तियों का लाभ उठाना है। ध्यान दिए जाने योग्य प्राथमिकता वाले क्षेत्रों में अमेरिकी और भारतीय महत्वपूर्ण खनिजों की खोज, निष्कर्षण, प्रसंस्करण और शोधन, पुनर्चक्रण और पुनर्प्राप्ति के पारस्परिक रूप से लाभप्रद वाणिज्यिक विकास को सुविधाजनक बनाने हेतु उपकरणों, सेवाओं, नीतियों और सर्वोत्तम कार्यप्रणालियों की पहचान करना शामिल है।

 

  • इंडस इनोवेशन: सचिव और मंत्री ने विशेष रूप से ऊर्जा सुरक्षा, प्रौद्योगिकी और स्थिरता के क्षेत्र में नवाचार में तेजी लाने के लिए इनोवेशन हैंडशेक एजेंडा के तहत एक नया प्रयास शुरू किया। दुनिया में #1 और #3 सबसे बड़े स्टार्टअप इकोसिस्टम के रूप में, संयुक्त राज्य अमेरिका और भारत की पूरक शक्तियों का लाभ उठाने हेतु, अमेरिकी वाणिज्य विभाग और वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय भारतीय उद्योग संवर्धन और आंतरिक व्यापार विभाग का “ऊर्जा सुरक्षा, प्रौद्योगिकी और स्थिरता के लिए इंडस इनोवेशन” को आगे बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण समाधानों की तलाश में 2025 में स्टार्टअप कंपनियों, निवेशकों और प्रौद्योगिकी विचारकों को एक साथ आने के लिए आमंत्रित इरादा है। लक्षित समस्याओं के सेट और अन्य विवरण आने वाले महीनों में घोषित किए जायेंगे।
  • महिलाओं के स्वामित्व वाले और छोटे एवं मध्यम आकार के उद्यमों (एसएमई) का समर्थन: सचिव और मंत्री ने उन अमेरिकी एसएमई, जिनका स्वामित्व, संचालन या  नेतृत्व वंचित समुदायों के सदस्यों के पास है, के लिए भारतीय बाजार में अवसरों के विस्तार पर ध्यान देने के साथ मार्च 2025 की शुरुआत में अमेरिकी वाणिज्य विभाग के नेतृत्व वाले वैश्विक विविधता निर्यात पहल व्यापार मिशन के भारत आने की उम्मीद जताई। यह व्यापार मिशन बेंगलुरु में “महिलाओं के आर्थिक उत्थान के लिए अवसर प्रदान करने वाले निर्यात बाजार (एम्पावर) एशिया बिजनेस कॉन्फ्रेंस” के साथ शुरू होगा, जिसमें अमेरिकी और भारतीय व्यापार जगत के प्रमुखों के लिए नेटवर्किंग, मेंटरशिप और डिजिटल कौशल संसाधन प्रदान करने की कोशिश की जाएगी ताकि वे तीव्र प्रतिस्पर्धी और डिजिटलीकृत बाजार में तेजी से आगे बढ़ सकें।
  • बेंगलुरु में स्टार्टअप और एसएमई संसाधनों का विस्तार: सचिव और मंत्री ने भारत में अमेरिकी वाणिज्य विभाग की उपस्थिति को सात शहरों में लगभग 70 विदेशी वाणिज्यिक सेवा कर्मचारियों तक विस्तारित करने की योजना की सराहना की। बेंगलुरु में, जहां विदेश विभाग एक नया अमेरिकी वाणिज्य दूतावास खोलने की योजना बना रहा है, अमेरिकी और भारतीय स्टार्टअप और एसएमई के लिए वन-स्टॉप संसाधन के रूप में सेवा करने और अधिक एसएमई जुड़ाव, सर्वोत्तम कार्यप्रणालियों को साझा करने, सहकर्मी शिक्षण, महिला उद्यमियों एवं महिला-स्वामित्व वाले व्यवसायों के लिए समर्थन, हरित प्रौद्योगिकी, डिजिटल बाजार प्लेटफार्मों तक पहुंच और वैश्विक मूल्य श्रृंखलाओं में एकीकरण का पता लगाने के लिए एसएमई प्रेसिडेंट्स फोरम के लिए दोनों पक्षों की योजनाओं को आगे बढ़ाने में मदद करने के लिए एक नई स्थिति बनाई जाएगी।
  • यात्रा एवं पर्यटन: सचिव और मंत्री ने यात्रा एवं पर्यटन क्षेत्र में भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच सहयोग को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में वाणिज्यिक वार्ता के तहत यात्रा एवं पर्यटन कार्य समूह द्वारा स्थापित कार्य योजना की सराहना की। इस कार्य समूह की बैठकों, बिजनेस मैचमेकिंग इवेंट, डेटा एक्सचेंज और आउटरीच कार्यक्रमों जैसी संयुक्त गतिविधियों की एक श्रृंखला के माध्यम से, दोनों देश दो-तरफा यात्रा को बढ़ावा देने और उद्योग समन्वय में सुधार करने के लिए मिलकर काम करने का इरादा रखते हैं, जिससे समग्र संयुक्त राज्य अमेरिका-भारत संबंधों को घनिष्ठ बनाते हुए आर्थिक विकास और रोजगार सृजन में योगदान होगा।
  • स्वास्थ्य सेवा: सचिव और मंत्री ने सक्रिय फार्मास्यूटिकल सामग्री (एपीआई) औद्योगिक आधार, उत्पादन क्षमता और आपातकालीन प्रतिक्रिया क्षमता के मामले में वर्तमान स्थिति को मजबूत करने की दिशा में, घरेलू दवाओं की मैन्यूफैक्चरिंग संबंधी क्षमताओं को रेखांकित करने वाले आपूर्ति श्रृंखला नेटवर्क को संबोधित करने के लिए अपनी संबंधित सरकार के कार्यों के बारे में अधिक जानकारी के आदान-प्रदान की आवश्यकता को स्वीकार किया और साझा रुचि व्यक्त की।

सचिव और मंत्री ने साझा आर्थिक प्राथमिकताओं पर गति बनाए रखने में वाणिज्यिक वार्ता के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने आपूर्ति श्रृंखला की सुदृढ़ता में सुधार एवं दोनों देशों में आर्थिक समृद्धि को बढ़ावा देने हेतु वाणिज्यिक वार्ता के ढांचे के तहत अन्य क्षेत्रों में चल रहे काम को जारी रखने के अलावा प्रौद्योगिकी एवं व्यापार के नए एवं उभरते क्षेत्रों में आपसी विश्वास व भरोसे पर आधारित सहयोग की तलाश में साझा रुचि व्यक्त की। इस दिशा में, उन्होंने 2025 में दोनों पक्षों के वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों के नेतृत्व में एक मध्य-वर्ष समीक्षा बैठक बुलाने के अपने इरादे की पुष्टि की। सचिव और मंत्री की आर्थिक दृष्टि पर आधारित एक रोडमैप को लागू एवं वर्तमान में जारी प्रयासों के बारे में सूचित करने के लिए निजी क्षेत्र की मजबूत भागीदारी सुनिश्चित करते हुए, यह मध्य-वर्ष की समीक्षा प्रत्येक पक्ष को वाणिज्यिक वार्ता के तहत पहचानी गई उपरोक्त प्राथमिकताओं को आगे बढ़ाने की अनुमति देगी।

अंत में, सचिव और मंत्री ने 2 अक्टूबर, 2024 को वाशिंगटन, डी.सी. में संयुक्त राज्य अमेरिका-भारत सीईओ फोरम के पुनर्गठन का स्वागत किया। दोनों पक्षों ने संयुक्त राज्य अमेरिका और भारतीय पक्ष के सीईओ के मूल्यवान योगदान और दोनों सरकारों के लिए विविध विषयों की एक विस्तृत श्रृंखला को कवर करने वाली उनकी संयुक्त सिफारिशों की सराहना की। ये सिफारिशें नीतिगत निर्णयों का मार्गदर्शन करने का काम करती हैं जो द्विपक्षीय वाणिज्यिक एवं व्यापार संबंधों को मजबूत करती हैं, आर्थिक विकास एवं नवाचार को प्रोत्साहित करती हैं और एक सुदृढ़ द्विपक्षीय साझेदारी को बढ़ावा देती हैं।

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