भारत सरकार के केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार ने राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य और पुनर्वास संस्थान (नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेंटल हेल्थ एंड रिहैबिलिटेशन-एनआईएमएचआर) के नवनिर्मित सेवा प्रखंड (सर्विस ब्लॉक) का अनावरण किया। मध्य प्रदेश के सीहोर में आयोजित इस उद्घाटन समारोह में प्रतिष्ठित गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति देखी गई, जो भारत में मानसिक स्वास्थ्य देखभाल और पुनर्वास सेवाओं में एक महत्वपूर्ण छलांग का प्रतीक है।
2018 में स्वीकृत राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य और पुनर्वास संस्थान (नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेंटल हेल्थ एंड रिहैबिलिटेशन- एनआईएमएचआर) के भवन ने कोविड -19 महामारी के उथल-पुथल भरे समय के बाद एक लंबे समय से प्रतीक्षित प्रयास के बाद गति पकड़ी । मानसिक स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए दृढ़ प्रतिबद्धता के साथ, भारत सरकार ने इस अत्याधुनिक सुविधा के निर्माण में कुल 105 करोड़ रुपये कुल. का निवेश किया है।
उद्घाटन कार्यक्रम में डॉ. वीरेंद्र कुमार के साथ मध्य प्रदेश सरकार में समाज कल्याण मंत्री, श्री नारायण सिंह कुशवाह,सीहोर के विधायक श्री सुदेश राय और अन्य प्रतिष्ठित गणमान्य व्यक्ति शामिल थे। अपने संबोधन में, डॉ. वीरेंद्र कुमार ने दिव्यांगजन समुदाय के लिए समावेशिता और आराम को बढ़ावा देने के लिए प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी की दूरदृष्टि और प्रयासों पर जोर दिया। उन्होंने केंद्र और राज्य सरकारों के बीच सहयोगात्मक प्रयासों के साथ–साथ इस प्रयास में गैर सरकारी संगठनों और नागरिक समाजों द्वारा निभाई गई अपरिहार्य भूमिका को रेखांकित करते हुए “सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास” के मंत्र के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई। .
नव उद्घाटित यह संस्थान देश के सभी क्षेत्रों से आने वाले व्यक्तियों को व्यापक मानसिक स्वास्थ्य और पुनर्वास सेवाएं प्रदान करने के लिए तैयार है। डॉ. वीरेंद्र कुमार ने राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य और तंत्रिका विज्ञान संस्थान (नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेंटल हेल्थ एंड न्यूरोसाइकोलॉजीज– निमहांस– आईएमएचएनएएनएस). बेंगलुरु और मानव व्यवहार एवं सम्बद्ध विज्ञान संस्थान (इंस्टिट्यूट ऑफ़ ह्यूमन बिहैवियर एंड अलाइड साइंसेज – इहबास– आईएचबीएएस)एनआईएमएचएएनएस, नई दिल्ली के साथ ही जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों के साथ महत्वपूर्ण सहयोग की घोषणा की और कहा कि अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (आल इंडिया इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंसेज –एम्स), भोपाल और केन्द्रीय मनश्चिकित्सा संस्थान (सेन्ट्रल इंस्टिट्यूट ऑफ़ साइकियाट्री– सीआईपी ), रांची, रांची के साथ साझेदारी स्थापित करने के लिए भी आगे प्रयास किए जा रहे हैं।
राज्य सरकार की ओर से पूर्ण सहयोग का आश्वासन देते हुए, श्री नारायण सिंह कुशवाह ने यह सुनिश्चित करने के महत्व पर जोर दिया कि विभिन्न केंद्रीय योजनाओं का लाभ दिव्यांग लाभार्थियों तक पहुंचे। उन्होंने समावेशिता को बढ़ावा देने और दिव्यांगजनों के जीवन को बेहतर बनाने में सरकारों तथा नागरिक समाजों के सामूहिक प्रयासों के बारे में आशावाद व्यक्त किया ।
उपस्थित जन सभा को संबोधित करते हुए, सीहोर के विधायक श्री सुदेश राय ने राष्ट्रीय संस्थान को आकार देने में डॉ. वीरेंद्र कुमार के उन प्रयासों की सराहना की, जिसने न केवल सीहोर शहर को एक नई पहचान प्रदान की है, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य देखभाल और पुनर्वास सेवाओं की आवश्यकता वाले लोगों के लिए यह आशा की किरण भी बनी है। उन्होंने विश्व स्तरीय संस्थान बनने की दिशा में संस्थान की यात्रा के लिए अटूट समर्थन का आश्वासन दिया ।
दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग (डिपार्टमेंट ऑफ़ एम्पावरमेंट फॉर पर्सन्स विद डिसएबिलितीज –डीईपीडब्ल्यूडी), नई दिल्ली में संयुक्त सचिव श्री राजेश यादव, मध्य प्रदेश सरकार के समाज कल्याण विभाग में आयुक्त डॉ. रामा राव भोंसले, सीहोर के जिलाधिकारी (कलेक्टर) श्री प्रवीण अडयाच और विभिन्न सरकारी विभागों और संगठनों के अन्य अधिकारी भी इस दौरान उपस्थित थे।
राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य और पुनर्वास संस्थान (नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेंटल हेल्थ एंड रिहैबिलिटेशन– एनआईएमएचआर) के सर्विस ब्लॉक का उद्घाटन मानसिक स्वास्थ्य देखभाल और पुनर्वास के प्रति भारत की प्रतिबद्धता में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह जरूरतमंद व्यक्तियों के लिए आशा की किरण का प्रतिनिधित्व करता है और यह सुनिश्चित करता है कि उन्हें वह समर्थन और देखभाल मिले जिसके वे हकदार हैं।
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