कुशीनगर जिले में स्वास्थ्य विभाग के तत्वावधान में सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च (सीफार) के सहयोग से आयोजित एक दिवसीय मीडिया कार्यशाला का आयोजन किया गया।
कार्यशाला में विश्व स्वास्थ्य संगठन, पाथ, पीसीआई और सीफार संस्था के प्रतिनिधियों ने फाइलेरिया बीमारी से सम्बंधित जानकारियां साझा कीं। इस अवसर पर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ सुरेश पटारिया ने कहा कि 10 अगस्त से 2 सितम्बर तक जिले में फाइलेरिया उन्मूलन अभियान चलाया जाएगा, जिसमें स्वास्थ्य विभाग की टीम घर घर जाएगी और दवा खिलाएंगी। उन्होंने बताया कि कुशीनगर जिले में 37 लाख 64 हजार की आबादी को दवा खिलाने का लक्ष्य रखा गया है,जिसे स्वास्थ्य विभाग की 3698 स्वास्थ्य कर्मियों की टीम दवा खिलाएगी।
उन्होंने कहा कि लोगों को दवा का सेवन टीम के सामने ही करना होगा।गर्भवती और अति गम्भीर बीमार लोगों को फाइलेरिया की दवा नहीं खिलाई जाएगी। इस अवसर पर जिला मलेरिया अधिकारी डॉ संजीव कुमार सिंह ने बताया कि एक बार फाइलेरिया हो जाने पर यह पूरी तरह से ठीक नहीं होता है।मच्छरों से बचाव के साथ साथ साल में एक बार दवा का सेवन ही इस बीमारी से बचने का सर्वश्रेष्ठ उपाय है।