पश्चिम चंपारण, 02 अगस्त (पीबीएनएस): पश्चिम चंपारण जिले के बेतिया में जिला प्रशासन, आत्मनिर्भर भारत रोजगार योजना के तहत लोगों को आर्थिक सहायता देने में अग्रसर हो कर काम कर रही है। कोरोना महामारी के दौरान अपनी सुपरवाइजर की नौकरी खो चुके दिलीप चौधरी ने इस योजना का लाभ लेकर खुद का चिप्स प्लांट लगा दिया, जिससे उनकी जिंदगी बदल गई। वहीं इस फैक्ट्री में काम करने वालों को भी अपने इलाके में रोजगार मिल गया। आत्मनिर्भर भारत रोजगार योजना के तहत एक दंपत्ति अपनी जीविका के साथ- साथ अन्य लोगों को रोजगार के अवसर भी प्रदान कर रहे हैं। बता दें कि कोरोना काल में सुपरवाइजर की नौकरी खो चुके दिलीप चौधरी आज खुद की फैक्ट्री चलाते हैं।
दरअसल कोरोना के कारण लगे लॉकडाउन में उनकी नौकरी चली गई, जिसके बाद वह जयपुर से अपने गांव लौट आये। यहां जिला प्रशासन के सहयोग से खुद का चिप्स प्लांट स्थापित किया. धीरे-धीरे जब मुनाफा होने लगा, तो फिर दर्जनों लोगों को उसमें रोजगार भी दिया। दीपक चौधरी ने बताया कि आत्मनिर्भर भारत रोजगार योजना के तहत बैंक द्वारा उन्हें लगभग साढ़े आठ लाख रुपए मिले, जिसमें घर से भी कुछ रुपए लगाकर उन्होंने चिप्स बनाने का प्लांट स्थापित किया।
इस प्लांट में वह मक्के का चिप्स बनाते हैं। उन्होंने बताया कि शुरुआती दिनों में उन्हें काफी संघर्ष करना पड़ा, जिसके बाद धीरे-धीरे उनकी स्थिति सुधरी। अब उनका उत्पाद प्रतिदिन बिहार-यूपी के बाजारों में सप्लाई किया जाता है, जिससे उन्हें काफी फायदा हो रहा है। वहीं इस प्लांट में काम कर रही महिला माया देवी ने बताया कि उन्हें स्थानीय स्तर पर रोजगार मिल गया है। यहां काम कर वह अपना और अपने परिवार का भरण-पोषण कर रही हैं।
मालूम हो कि आत्म निर्भर भारत रोजगार योजना की शुरुआत अक्टूबर 2020 में हुई थी। इस योजना को शुरू करने का उद्देश्य विशेष रूप से ऐसे व्यक्तियों के लिये रोज़गार उपलब्धता को प्रोत्साहित करना है, जिन्होंने कोरोना महामारी के कारण अपनी नौकरी खो दी थी। इस योजना की मदद से कई बेरोजगारों को सहायता मिली है।