शिवराज सिंह चौहान ने सम्मेलन में भारत की कृषि संबंधी समस्याओं का उल्लेख किया और उम्मीद जताई कि इस मंच पर होने वाली चर्चा और मंथन से इन समस्याओं का समाधान निकलेगा। उन्होंने विशेष रूप से सुरक्षित कृषि उत्पादन पर जोर देते हुए बताया कि भारत हमेशा से ही इस मुद्दे को गंभीरता से लेता आया है।