बुरहानपुर जिले के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में विश्व स्तनपान सप्ताह मनाया जा रहा है। जिले के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में विश्व स्तनपान सप्ताह के तहत विविध कार्यक्रम नारे लेखन, गृहभेंट, बैठक, शिविर और सम्मेलन के माध्यम से गर्भवती और शिशुवती माताओं को सही स्तनपान कराने की सलाह दी जा रही है। साथ ही महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान क्या खान-पान रखना है इसकी सलाह भी दी जा रही है जागरूक कार्यक्रम के माध्यम से महिलाओं को शपथ दीलाकर जागरूक किया जा रहा है आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के द्वारा पहला दूध प्रसव के तत्काल बाद शीघ्र पिलाने व सही तरीके से स्तनपान कराने प्रेरित किया जा रहा है।
महिला बाल विकास विभाग की आंगनवाड़ी सुपरवाइजर उषा महाजन ने बताया कि गर्भवती महिलाओं व महिलाओं को प्रोत्साहित कर मां के दूध के महत्त्व की जानकारी दी गई। नवजात शिशुओं के लिए मां का दूध अमृत के समान है। मां का दूध शिशुओं को कुपोषण व अतिसार जैसी बीमारियों से बचाता है। स्तनपान को बढावा देकर शिशु मृत्यु दर में कमी लाई जा सकती है। शिशुओं को जन्म से छह माह तक केवल मां का दूध पिलाना चाहिए।
कार्यकर्ता शारदा ने कहा कि जन्म के एक घंटे के अंदर नवजात शिशु को मां का पहला गाढ़ा दूध पिलाना चाहिए। मां का पहला दूध पोषण से भरपूर होता है। यह दूध कई रोगों से बचाता है व शिशु को कई प्रकार की रोगों से लडने में शक्ति प्रदान करता है।
उल्लेखनीय है कि विश्व स्तनपान सप्ताह को लेकर स्वास्थ्य विभाग और महिला एवं बाल विकास विभाग एक अगस्त से 8 अगस्त तक नियमित रूप से जागरूकता की पाठशालाओं का आयोजन कर गर्भवती महिलाओं और शिशु की माताओं को स्तनपान कराने के प्रति जागरूक किया जा रहा है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता द्वारा स्तनपान नवजात शिशुओं के लिए लाभकारी होता है इसके बारे में बताया गया।