सतपाल सिंह सत्ती ने प्रदेश सरकार पर बोला हमला:
“अपरिपक्वता और भ्रष्टाचार से ग्रसित है प्रदेश”** और भ्रष्टाचार से ग्रसित है प्रदेश”**
विधायक सतपाल सत्ती बोले अधिकारियों के माध्यम से लूटी जा रही जनता, सचिवालय से लेकर जिला मुख्यालय तक बैठे घपलेबाज़ अधिकारी, संजौली मस्जिद के अवैध निर्माण गिराने के फैसले का किया स्वागत। भारतीय जनता पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं ऊना सदर के विधायक सतपाल सिंह सत्ती ने प्रदेश सरकार पर जमकर हमला बोला है।
विधायक ने कहा कि हिमाचल प्रदेश की सरकार पूरी तरह से अनसुलझे लोगों के हाथ में चल रही है। हालत यह है कि मुख्यमंत्री ने भी अपनी अपरिपक्वता का परिचय एक नहीं अनेक बार दे दिया है। उन्होंने कहा कि टॉयलेट टैक्स जैसे घटनाक्रम ने हिमाचल प्रदेश को पूरे राष्ट्र के अंदर शर्मसार करने का काम किया है। उन्होंने कहा कि सचिवालय से लेकर जिला मुख्यालय तक बैठे अधिकारी या तो घपला करने के मास्टर हैं या फिर घपलेबाज़ हैं।
जबकि सरकार भी उन्ही अधिकारियों को दोनों हाथों से खुली लूट करने का इशारा दे रही है। जिसका खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है। विधायक ने कहा कि संजौली की अवैध मस्जिद को गिराने के नगर निगम कोर्ट के फैसले का स्वागत करते हैं और धार्मिक संस्थान चलाने वाले लोगों को विशेष रूप से नियम कानून का ध्यान रखना चाहिए। किसी भी अन्य राज्य से आकर दूसरे राज्य के नियम कानून से छेड़छाड़ नहीं करनी चाहिए और ना ही कोई राजनीतिक उन्माद फैलाने की ओछी हरकत को अंजाम देना चाहिए।
भारतीय जनता पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं ऊना के विधायक सतपाल सिंह सत्ती ने हिमाचल प्रदेश की कांग्रेस सरकार को पूरी तरह नौसिखियों और लुटेरों की सरकार करार दिया है। रविवार को ऊना में पत्रकारों से अनौपचारिक वार्ता करते हुए विधायक सतपाल सत्ती ने कहा कि जब से हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनी है तभी से कांग्रेस के नेता आर्थिक तंगी का रोना रो रहे हैं। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश की सत्ता हासिल करने के लिए कांग्रेस ने हर महिला को जनवरी 2023 से प्रति महीने 15 सो रुपए देने का वादा किया। लेकिन हालत यह हो चुकी है कि अब जनवरी 2025 आने वाला है लेकिन प्रदेश की सरकार महिलाओं से किए हुए अपने ही वादे की तरह देखने की हिम्मत नहीं कर रही।
विधायक ने कहा कि इस सरकार ने हिमाचल प्रदेश को हर तरह से शर्मसार किया चाहे वह कर्मचारियों की सैलरी रोकने का काम हो या पेंशनर्स को पेंशन के लिए तरसाने की हरकत हो। लेकिन अब तो हिमाचल प्रदेश में ऐसा लगता है कि आम आदमी के केवल मात्र सांस लेने पर कोई टैक्स नहीं लगा है, अन्यथा हिमाचल प्रदेश की सरकार ने भारत के इतिहास में टॉयलेट टैक्स को इंपोज करके अपनी लूट के इरादों को जग जाहिर कर दिया है। विधायक ने कहा कि सत्ता हथियाने के लिए कांग्रेस ने 300 यूनिट बिजली हर महीने मुफ्त देने का वादा किया लेकिन पूर्व जयराम सरकार द्वारा दी गई 125 यूनिट निशुल्क बिजली को भी वापस ले लिया गया।
उन्होंने कहा कि इस सरकार को पूरी तरह अनसुलझे से लोग चला रहे हैं जिसके चलते हिमाचल प्रदेश का बेड़ा गर्ग हो रहा है।
विधायक ने संजौली की अवैध मस्जिद मामले को लेकर नगर निगम कोर्ट द्वारा तीन मंजिलों को गिराने के फैसले का भी स्वागत किया। विधायक ने कहा कि हिमाचल प्रदेश जैसे शांति प्रिय राज्य में बाहर से आकर उन्माद फैलाने वाले लोगों को यह समझ लेना चाहिए की नियम कानून सभी लोगों के लिए एक समान है। उन्होंने कहा कि धार्मिक संस्थान चलने वाले लोगों को कभी भी कानून के साथ छेड़छाड़ नहीं करनी चाहिए। विधायक ने कहा कि संजौली की अवैध मस्जिद को गिराने का जो फैसला आया है वह हिमाचल प्रदेश में आकर नियम कानून से छेड़छाड़ करने का ही नतीजा है।