रायपुर, 05 दिसंबर 2024 जल जीवन मिशन के तहत सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छ पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए उल्लेखनीय कार्य किया है। इस योजना का लाभ अब छत्तीसगढ़ के मुंगेली जिले के ग्राम बोदा में देखने को मिला है, जहां प्रत्येक घर में नल से स्वच्छ पेयजल पहुंचाया जा चुका है। इससे ग्रामीणों को दूर-दूर से पानी लाने की समस्या से छुटकारा मिल गया है और पूरे गांव में उत्साह का माहौल है।
ग्राम बोदा में जल जीवन मिशन की उपलब्धियां
- स्वच्छ पेयजल का संपूर्ण कवरेज:
- गांव के 185 घरों में नल कनेक्शन स्थापित किए गए।
- 4185 मीटर पाइप लाइन बिछाकर स्वच्छ पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित की गई।
- ग्राम बोदा की विशेषता:
- ग्राम की कुल जनसंख्या: 792।
- पहले यहां 04 हैंडपंप थे, लेकिन गर्मियों में भू-जल स्तर कम होने के कारण पानी की समस्या गंभीर हो जाती थी।
- महिलाओं और बच्चों को राहत:
पानी लाने के लिए दूर जाने की बाध्यता खत्म हो गई, जिससे अब महिलाएं और बच्चे अपने समय का उपयोग अन्य गतिविधियों में कर पा रहे हैं।
ग्रामीणों की खुशी
ग्राम बोदा की 35 वर्षीय लक्ष्मी बाई ने बताया, “पहले हमें आधा किलोमीटर दूर से पानी लाना पड़ता था। गर्मियों में यह समस्या और बढ़ जाती थी। अब हमारे दरवाजे पर नल लग गया है और पर्याप्त पानी उपलब्ध है। यह हमारे लिए किसी वरदान से कम नहीं है।”
गांव के अन्य ग्रामीणों ने भी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय को धन्यवाद देते हुए कहा कि यह योजना उनकी जीवनशैली में बड़ा बदलाव लेकर आई है।
जल जीवन मिशन का महत्व
जल जीवन मिशन का उद्देश्य हर घर तक नल के माध्यम से स्वच्छ पेयजल पहुंचाना है। यह योजना विशेष रूप से ग्रामीण महिलाओं और बच्चों के जीवन को आसान बनाने के लिए बनाई गई है। इसके तहत:
- स्वच्छ जल की उपलब्धता से बीमारियों में कमी आएगी।
- महिलाओं को पानी लाने के लिए लंबी दूरी तय नहीं करनी पड़ेगी।
- समय की बचत से ग्रामीण परिवार अन्य आर्थिक और सामाजिक गतिविधियों में भाग ले सकेंगे।
निष्कर्ष
जल जीवन मिशन ने ग्राम बोदा सहित देशभर के लाखों गांवों में स्वच्छता, स्वास्थ्य और समय के क्षेत्र में बड़ा बदलाव किया है। यह योजना न केवल पेयजल की समस्या का समाधान कर रही है, बल्कि ग्रामीण भारत को आत्मनिर्भर और स्वाभिमानी जीवन जीने का अवसर भी प्रदान कर रही है।
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