गंगा में लगातार छोड़े जा रहे नरौरा बांध, बिजनौर बैराज और हरिद्वार बांध के पानी और पहाड़ों पर हो रही लगातार बारिश के कारण गंगा नदी का जल स्तर चेतावनी बिन्दु के ऊपर पहुँच गया है। इसके चलते क्षेत्र के ग्राम वासियों में दहशत का माहौल है। एक ओर जहाँ गंगा की बाढ़ के चलते जनपद के दर्जनों ग्रामवासियों व उनके जानवरों के लिये खाने व रहने की समस्या पैदा गई है जिन ग्रामों में गंगा कटान कर रही है उन ग्रामों के निवासियों की समस्यायें अधिक गम्भीर हैं।
गंगा किनारे बसे ग्राम तीस राम की मड़ैयाँ, जंजाली नगला और खेम रैंगाई आदि का अस्तित्व ही समाप्त होने की कगार पर पहुँच गया है। हालात यह हैं कि इन ग्रामों के अधिकांश ग्रामवासियों की जमींने कट कर गंगा में समा गयी है जिससे किसान भूमिहीन की श्रेणी में आ गये हैं। लगातार कटान के चलते इनके सामने आवास विहीन होने का खतरा मंड़राने लगा है।
जिलाधिकारी वीके सिंह, सीएमओ अवनीन्द्र कुमार, बाढ़ राहत इन्चार्ज सुभाष चन्द्र प्रजापति सहित अन्य अधिकारी व कर्मचारियों ने ब्लाक राजेपुर और कायमगंज के कुछ बाढ़ग्रस्त गांव का दौरा कर राहत सामिग्री व दवाइयाँ बांटी है।