श्रावण शुक्ल तृतीया से अयोध्या के एतिहासिक मणिपर्वत स्थल पर 15 दिन चलने वाला सावन झुला मेला शुरू हो गया है। मणिपर्वत स्थल पर प्रमुख मंदिरों से सिया राम के चल विग्रह और स्वरूप रथों पर सुशोभित होकर आये तो कनक भवन के कनक बिहारी जू कहांरों के कंधे पर सवार होकर पहुंचे। साथ चल रहे संत ,धर्माचार्य और भक्त वाद्य यंत्रों की धुन पर थिरकते और धार्मिक जयघोष करते चल रहे थे।
मेला स्थल पर वैदिक रीति से पूजन के बाद विग्रहों को विशालकाय वृक्षों पर पड़े झूलों पर सुशोभित कर दिया गया और फिर श्रद्धालुओं ने भगवान् के विग्रहों को झूला झुलाकर और मधुर उपासना के गीत से भक्तिमय वातावरण सृजित कर दिया। मेला स्थल पर सुरक्षा की दृष्टी से पर्याप्त मात्र में सुरक्षा बलो की तैनाती की गयी है।