चौधरी चरणसिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार ने गन्ने की फसल की नई किस्में किसानों तक पहुंचाने के लिए शुगर मिल के साथ समझौता हुआ है।विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बीआर काम्बोज ने बताया कि मैसर्स सरस्वती शुगर मिल्स लिमिटेड, यमुनानगर के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुए हैं।उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय की तरफ से विकसित की गई नई किस्में सीओएच 188, सीओएच 176 और सीओएच 179 राज्य में भविष्य में गन्ने की खेती का नेतृत्व करेंगी।
कुलपति ने बताया कि किस्में सीओएच 56 और सीओएच 119 अपने समय में बहुत लोकप्रिय रही हैं जबकि सीओएच 160 हरियाणा ही नहीं बल्कि पड़ोसी राज्यों में भी लोकप्रिय है।गन्ने की इन किस्मों फसल उत्पादन में क्रांति लाई है।गन्ना देश की एक महत्वपूर्ण और नकदी फसल है।उन्होंने बताया कि देश में गन्ना 5.17 मिलियन हेक्टेयर क्षेत्र में उगाया जाता है।
हरियाणा में गन्ना 1.07 लाख हेक्टेयर भूमि पर उगाई जाती है।कुलपति ने कहा कि गन्ने की फसल किसानों की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करती है।चीनी उद्योग को कच्चा माल उपलब्ध करवाकर राष्ट्र व राज्य की अर्थव्यवस्था में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।