गोरखपुर में फाइलेरिया उन्मूलन के संबंध में मीडिया कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का आयोजन एडी हेल्थ डॉ. एनपी गुप्ता की अध्यक्षता में किया गया। कार्यशाला में उपस्थित सभी अधिकारियों और मीडिया कर्मियों ने फाइलेरिया उन्मूलन में सक्रिय सहयोग होनी की शपथ ली। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आशुतोष दुबे ने बताया कि फाइलेरिया ऐसी बीमारी है जो एक बार हो जाए तो पूरी तरह से ठीक नहीं होती है।
इस लाइलाज बीमारी से बचने के लिए साल में एक बार पांच साल तक लगातार बचाव की दवा का सेवन करना अनिवार्य है। इस साल भी 10 अगस्त से दो सितम्बर तक जिले के करीब 45.98 लाख लोगों को स्वास्थ्य विभाग की टीम घर घर जाकर दवा खिलाएंगी। उन्होंने बताया कि क्यूलेक्स मादा मच्छर के काटने से होने वाली फाइलेरिया बीमारी से बचाव के लिए एक वर्ष से अधिक उम्र के सभी लोगों को दवा खानी है।
स्वास्थ्य विभाग की दो सदस्यीय टीम जिले के 9.19 लाख घरों पर जाएगी और पात्र लाभार्थियों को उनके आयु वर्ग के अनुसार निर्धारित मात्रा में दवा खिलाएगी। इसके लिए कुल 4198 टीम का गठन किया गया है।