लखनऊ। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले 7 वर्षों में बीआरडी मेडिकल कॉलेज में बहुत कुछ बदल गया है। अब यहां इंसेफेलाइटिस से मासूमों की मौत नहीं होती है। इस बीमारी को सरकार ने विभागीय समन्वय स्थापित करके समाप्त किया है।
मौजूदा समय में सिर्फ 40 मामले सामने आए हैं, जिनको डॉक्टरों की बेहतर निगरानी में बेहतर इलाज दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गोरखपुर और पूर्वी उत्तर प्रदेश की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए एम्स स्वीकृत किया, जो आज चालू हो चुका है।
बीआरडी मेडिकल कॉलेज की फैकल्टी और छात्रों को गोरखपुर एम्स से स्वस्थ प्रतिस्पर्धा करते हुए आगे निकलने और खुद को साबित करने की चुनौती है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश आज वन डिस्ट्रिक्ट वन मेडिकल कॉलेज की दिशा में आगे बढ़ चुका है।