निर्गम की मुख्य विशेषताएं
- क्यूआईपी को बाजार से प्रोत्साहक प्रतिक्रिया मिली और इसमें विविध निवेशक आधार की भागीदारी देखी गई, जिसमें बैंक, आस्ति प्रबंधन कंपनियां, बीमा कंपनियां और विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक शामिल हैं.
- ₹135.65 प्रति शेयर (₹125.65 प्रति शेयर प्रीमियम सहित) पर 22.11 करोड़ शेयरों का कुल मिलाकर ₹3,000 करोड़ (तीन हजार करोड़) का आबंटन.
- निर्गम क्यूआईपी के माध्यम से जुटाई गई पूंजी की राशि बैंक के सामान्य इक्विटी टियर I अनुपात और समग्र पूंजी पर्याप्तता अनुपात में वृद्धि करेगी.
यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, भारत के सार्वजनिक क्षेत्र के सर्वश्रेष्ठ बैंकों में से एक, ने 26 फरवरी, 2024 को अर्हताप्राप्त संस्थागत स्थानन (क्यूआईपी) के माध्यम से सफलतापूर्वक ₹3,000 करोड़ की इक्विटी पूंजी जुटाई है. यह निर्गम 20 फरवरी, 2024 से शुरू किया गया था और इसे उच्च गुणवत्ता वाले घरेलू और विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों से प्रतिक्रिया मिली थी. बैंक ने ₹135.65 प्रति शेयर (₹125.65 प्रति शेयर प्रीमियम सहित) की कीमत पर 22.11 करोड़ शेयर आबंटित किए हैं, जो कुल मिलाकर ₹3,000 करोड़ है, जो नियामक दिशानिर्देशों के अनुसार निर्धारित न्यूनतम कीमत पर लगभग 5% की छूट दर्शाता है.
बैंक को बाजार से महत्वपूर्ण एवं प्रोत्साहक प्रतिक्रिया प्राप्त हुई है और एक विविध निवेशक आधार की भागीदारी देखी गई है जिसमें बैंक, आस्ति प्रबंधन कंपनियां, बीमा कंपनियां और विदेशी संविभाग निवेशक शामिल हैं, जिससे यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के शेयरधारक आधार का विविधीकरण सुनिश्चित हुआ है.
सफल पूंजी जुटाने पर, सुश्री ए मणिमेखलै, प्रबंध निदेशक एवं सीईओ, ने बताया कि, “हमें हाल ही में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकिंग क्षेत्र में सबसे बड़े इक्विटी पूंजी जुटाने के निर्गम में से एक को पूरा करने में खुशी हो रही है. इस वर्ष बैंक ने क्यूआईपी के माध्यम से सफलतापूर्वक ₹3,000 करोड़ जुटाई है, जो यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के इतिहास में सबसे अधिक है और हाल के वर्षों में एक वित्तीय वर्ष में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के इतिहास में सबसे अधिक में से एक है. यह बैंक के विकास पथ पर निवेशकों के निरंतर विश्वास को दर्शाता है. क्यूआईपी आय पूंजी आधार को बढ़ाएगी और हमें विकास के अवसरों को आगे बढ़ाने में मदद करेगी क्योंकि हम अपने ग्राहकों और शेयरधारकों के लिए मूल्य बनाने का प्रयास करेंगे.
यथा 31 दिसंबर 2023, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया में सार्वजनिक शेयरधारिता 23.01% रही. इक्विटी पूंजी जुटाने के परिणामस्वरूप, बैंक में सार्वजनिक शेयरधारिता बढ़कर 25.24% हो गई और परिणामस्वरूप, भारत सरकार की शेयरधारिता 74.76% हो गई. बैंक ने सेबी और प्रतिभूति संविदा (विनियम) नियम, 1957 (“एससीआरआर”) और इसके आगे के संशोधनों के अनुसार अनुपालन किया है अर्थात कम से कम 25.00% की न्यूनतम सार्वजनिक शेयरधारिता बनाए रखा है.
क्यूआईपी निर्गम के बुक रनिंग लीड मैनेजर (बीआरएलएम) आईआईएफएल सिक्योरिटीज लिमिटेड, जे फाइनेंशियल लिमिटेड, आईडीबीआई कैपिटल मार्केट्स एंड सिक्योरिटीज लिमिटेड, एचडीएफसी बैंक लिमिटेड और बीएनपी पारिबास थे. लेन-देन के कानूनी सलाहकार लूथरा एंड लूथरा लॉ ऑफिस, सराफ एंड पार्टनर्स और डुआने मॉरिस एंड सेल्वम एलएलपी थे. वैधानिक लेखापरीक्षक एन बी एस एंड कंपनी, छाजेड़ एंड दोशी, जीएस माथुर एंड कंपनी, पी चंद्रशेखर एलएलपी और मैसर्स वीके लाधा एंड एसोसिएट्स थे.
यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के बारे में:
यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, 1919 में स्थापित, भारत के सार्वजनिक क्षेत्र के सर्वश्रेष्ठ बैंकों में से एक है जिसका यथा 31 दिसंबर, 2023 को कुल कारोबार 20.68 ट्रिलियन है. यूनियन बैंक ऑफ इंडिया 8,477 घरेलू शाखाएं, 2 अंतरराष्ट्रीय शाखाएं, 9,889 एटीएम और 76,300 से अधिक कर्मचारियों का कार्यबल के माध्यम से परिचालित है. यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के पास विभिन्न बीएफएसआई क्षेत्रों अर्थात बीमा, बैंकिंग, आस्ति प्रबंधन, अन्य में 9 सहायक / संयुक्त उद्यम / सहयोगी है.