जब एक महिला परिवार के खर्चे, परिवार की आर्थिक स्थिति को नियोजित करती है, तो परिवार का विकास सुनिश्चित होता है-उपराष्ट्रपति
उपराष्ट्रपति ने महिलाओं की धार्मिक आस्था के इतर न्यायसंगत, समान सहायता के संबंध में सर्वोच्च न्यायालय के फैसले की सराहना की
श्री धनखड़ ने सदस्यों से लड़कियों को सशक्त बनाने की दिशा में सीएसआर प्रयासों को दिशा देने का भी आग्रह किया
उपराष्ट्रपति ने फिक्की महिला संगठन, चेन्नई चैप्टर के सदस्यों के साथ उपराष्ट्रपति एन्क्लेव में बातचीत की
उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ ने आज फिक्की महिला संगठन के सदस्यों को वित्तीय और सामाजिक चुनौतियों का सामना कर रही मेधावी लड़कियों को सहारा देने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने इस तरह के समर्थन के भारी असर पर जोर देते हुए कहा कि एक लड़की की शिक्षा और सुरक्षा में सहायता करने से उसे अपार संतुष्टि और प्रसन्नता मिल सकती है।
श्री धनखड़ ने सदस्यों से अपने परिवारों और संबंधित कॉरपोरेट्स को लड़कियों को सशक्त बनाने की दिशा में सीएसआर प्रयासों को दिशा देने के लिए प्रभावित करने का भी आग्रह किया। उन्होंने संरचित सीएसआर पहलों की आवश्यकता पर जोर दिया जो अंतिम मील तक पहुंचती हैं। उपराष्ट्रपति ने इस बात पर प्रकाश डाला कि सबसे वंचित लड़कियों को सहायता प्रदान करके, आशा और अवसर पैदा किए जा सकते हैं, जिससे उनके जीवन पर महत्वपूर्ण और सकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
महिला-नेतृत्व वाले सशक्तिकरण में भारत की प्रगति पर प्रकाश डालते हुए, श्री धनखड़ ने कहा कि एक साधारण पृष्ठभूमि वाली जनजातीय महिला माननीय राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु का देश की प्रथम नागरिक बनने पर उन्होंने गौरव का अनुभव किया है। उन्होंने कहा, “भारत महिला सशक्तिकरण को परिभाषित कर रहा है। भारत महिला-नेतृत्व वाले सशक्तिकरण को परिभाषित कर रहा है।”