नागरिकता संशोधन अधिनियम, 2019 CAA भारत की संसद द्वारा 11 दिसंबर 2019 को पारित किया गया था। जिसका उद्देश्य धार्मिक उत्पीड़न के कारण भारत में शरण लेने वालों की रक्षा करना है। इसी कड़ी में भारतीय जनता पार्टी जो भारत सरकार का नेतृत्व करती है ने पिछले चुनाव घोषणापत्रों में पड़ोसी देशों से पलायन करने वाले सताए गए धार्मिक अल्पसंख्यकों के सदस्यों को भारतीय नागरिकता देने का वादा किया था।
इसी बादे को पूरा करते हुए गृह मंत्रालय द्वारा जिला फतेहाबाद में पाकिस्तान से आए शरणार्थियों को सरकार की तरफ से भारतीय नागरिकता पत्र दिए गए हैं। नागरिकता प्रमाण पत्र मिलने के बाद लोगों में काफी खुशी देखने को मिली है। इसी कड़ी में जब एक परिवार के मुखिया सोनाराम जी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि उनको इस दिन का काफी इंतजार था।
उन्होंने बताया कि वह पाकिस्तान से 2006 में भारत आए थे तब उन्हें काफी समस्याओं का सामना करना पड़ा था लेकिन मोदी सरकार की घोषणा की गई कि हमको किस देश की नागरिकता मिलेगी और आज सरकार इस घोषणा को पूरा करते हुए हमें नागरिकता दी है हम उनका तहदिल से धन्यवाद करते हैं। इसी बारे में जब परिवार के अन्य सदस्य ओमप्रकाश जी से बात की गई थी उन्होंने बताया कि उन्हें भी काफी खुशी है कि उन्हें नागरिकता मिली है उन्होंने CAA लागू होने के बाद नागरिकता के लिए अप्लाई किया था और आज उनको नागरिकता का प्रमाण पत्र भी मिल गया है उन्होंने बताया कि अब हमें वह सारी सुख सुविधा मिलेगी जो बाकी नागरिकों को भी मिलती है।
इसी बारे में जब परिवार के अन्य सदस्य संजीव से बात की गई उन्होंने बताया की नागरिकता मिलने की इसी खुशी में उन्होंने आसपास के मोहल्ले में मिठाइयां बटवाई है और वह इस परिवार का सदस्य है अभी मैं पढ़ाई कर रहा है पढ़ाई के दौरान भी उसके सहपाठी उसके साथ मित्रता पूर्वक व्यवहार करते हैं उन्हें भारत की नागरिकता मिलने पर गर्व है तथा वह भारतीय होने के नाते सभी कर्तव्यों का पालन करेंगे और अपने देश में एकता तथा भाईचारा बढ़ाने में पूरा सहयोग देंगे । परिवार द्वारा तिरंगा लहराने की दृश्य, आस पड़ोस में मिठाइयां बांटने के दृश्य, भारत माता की जय नारे लगाते की दृश्य और खुशियां मनाते हुए दृश्य पहला इंटरव्यू परिवार के मुखिया सोनाराम दूसरा इंटरव्यू ओम प्रकाश तीसरा इंटरव्यू संजीव कुमार