भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अंतर्गत एक स्वायत्त समिति, भारतीय सॉफ्टवेयर प्रौद्योगिकी पार्क (एसटीपीआई) ने आज एसटीपीआई-गांधीनगर, गिफ्ट सिटी में अपना 24वां उद्यमिता केंद्र (सीओई) – “फिनग्लोब” का शुभारंभ किया। यह समिति वित्तीय प्रौद्योगिकी क्षेत्र में नवाचार और विकास को प्रोत्साहन प्रदान करने के लिए समर्पित है। अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र प्राधिकरण (आईएफएससीए) के अध्यक्ष श्री के राजारमन ने गुजरात सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग की प्रमुख सचिव सुश्री मोना के खंडार और अन्य गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में स्टार्टअप्स के लिए उद्यमिता केंद्र (सीओई) और इसके पहले ओपन चैलेंज प्रोग्राम (ओसीपी) का उद्घाटन किया।
फिनग्लोब उद्यमिता केंद्र (सीओई), गुजरात सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के सहयोग से स्थापित किया गया है। इसका उद्देश्य वित्तीय सेवा क्षेत्र के भीतर अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों के विकास और प्रसार के लिए उत्प्रेरक के रूप में काम करना है। अत्याधुनिक बुनियादी ढाँचा, विशेषज्ञ परामर्श और एक सहयोगी इकोसिस्टम प्रदान करके, फिनग्लोब उद्यमिता केंद्र (सीओई) स्टार्टअप्स, उद्यमियों और स्थापित प्रतिनिधियों को फिनटेक, टेकफिन, बैंकिंग उद्योग और संबद्ध क्षेत्रों में अपने समाधानों को विचार करने, क्षेत्र में नवाचार करने और उसमें वृद्धि करने के लिए सशक्त बनाना चाहता है। उद्यमिता केंद्र (सीओई) 50 प्लग-एन-प्ले इनक्यूबेशन सीटें प्रदान करता है।
भारतीय सॉफ्टवेयर प्रौद्योगिकी पार्क (एसटीपीआई) नेक्स्ट इनिशिएटिव्स द्वारा अपने उद्यमिता केंद्र (सीओई) भागीदारों यानी (एन)कोड सॉल्यूशंस (जीएनएफसी लिमिटेड का आईटी डिवीजन); उद्यमों को आगे बढ़ाने और आरंभ करने के लिए केंद्र (सीआरएडीएलई), एंटरप्रेन्योरशिप डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (ईडीआईआई), अहमदाबाद में एक प्रौद्योगिकी व्यापार इनक्यूबेटर; पंडित दीनदयाल ऊर्जा विश्वविद्यालय, गांधीनगर; जीवीएफएल लिमिटेड और टीआईई-अहमदाबाद के साथ पांच समझौता ग्यापनों का आदान-प्रदान किया गया।
श्री के राजारमन ने कार्यक्रम के शुभारंभ के दौरान कहा, “अगर हम पिछले 25 वर्षों में हुए आर्थिक सुधारों को देखें, तो सबसे महत्वपूर्ण सुधार कर सुधार है। इससे बड़े पैमाने पर भारतीय वित्तीय प्रणाली और वित्तीय क्षेत्र की हालत को सुधारने में सहायता मिली। इस सुधार के कारण सभी वित्तीय संस्थान स्वस्थ हुए हैं। जब अपने वित्त प्रबंधन की बात आती है तो वे सभी अधिक विवेकशील हो गए हैं। इन सभी ने हमें वित्तीय इकोसिस्टम बनाने, विश्व स्तर पर विश्वास बनाने में सक्षम बनाया। हर क्षेत्र में, हमारे पास वैश्विक स्तर की कंपनियां होनी चाहिए और प्रौद्योगिकी मंच इसे हासिल करने में सहायता कर सकते हैं। आईएफएससीए में हम ऐसे नियम बना रहे हैं जिससे विदेशी निवेशकों को भारत में आने पर किसी भी समस्या का सामना न करना पड़े। इस फिनग्लोब उद्यमिता केंद्र के साथ, स्टार्टअप बाकी दुनिया के लिए समाधान तैयार करेंगे। हम इस उद्यमिता केंद्र का समर्थन और सुविधा प्रदान करने में प्रसन्न हैं।”
सुश्री मोना के खंडार ने कहा, “इस उद्यमिता केंद्र (सीओई) का शुभारंभ गुजरात को फिनटेक हब बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है। ये सभी प्रयास फिनटेक के इकोसिस्टम को और उत्कृष्ट करेंगे। हमने एक हैकथॉन की भी योजना बनाई है और स्टार्टअप्स को इसमें शामिल करना शुरू किया है। भारतीय सॉफ्टवेयर प्रौद्योगिकी पार्क (एसटीपीआई) के साथ हमारा पुराना संबंध है। कृत्रिम बुद्धिमत्ता के आने के साथ सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र में बाधा आ रही है और हम इस तकनीक का लाभ उठाने के लिए काम कर रहे हैं।”
इस अवसर पर, भारतीय सॉफ्टवेयर प्रौद्योगिकी पार्क (एसटीपीआई) के महानिदेशक श्री अरविंद कुमार ने अपना संदेश दिया। श्री अरविंद कुमार ने कहा, “भारतीय सॉफ्टवेयर प्रौद्योगिकी पार्क (एसटीपीआई) गांधीनगर और सूरत में अपने दो केंद्रों के माध्यम से गुजरात राज्य में सूचना प्रौद्योगिकी/आईटीईएस उद्योग और स्टार्टअप को प्रोत्साहन देने में सक्रिय रूप से लगा हुआ है। दोनों केंद्र डिजिटल परिवर्तन को बढ़ावा दे रहे हैं, रोजगार सृजन को बढ़ावा दे रहे हैं और आने वाले समय में गुजरात को एक प्रमुख सूचना प्रौद्योगिकी स्थल के रूप में उभरने में योगदान दे रहे हैं। अब, राज्य में फिनटेक क्षेत्र की क्षमता को देखते हुए, भारतीय सॉफ्टवेयर प्रौद्योगिकी पार्क (एसटीपीआई) विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग, गुजरात सरकार के साथ साझेदारी में गिफ्ट-सिटी में फिनटेक क्षेत्र में अपना 24वां उद्यमिता केंद्र (सीओई) स्थापित करके अपनी उपस्थिति का विस्तार कर रहा है। यह फिनटेक उद्यमिता केंद्र (सीओई) स्टार्टअप्स को अत्याधुनिक इन्क्यूबेशन इंफ्रास्ट्रक्चर, सैंडबॉक्स वातावरण, इंडस्ट्री एपीआई, पेमेंट गेटवे, मेंटरिंग, इंडस्ट्री और मार्केट कनेक्ट जैसी अपेक्षित सहायता प्रदान करेगा।
उद्यमिता केंद्र (सीओई) की स्थापना इसलिए की गई थी ताकि प्रौद्योगिकी में निवेश करके और बदलते रुझानों पर ध्यान देकर, स्टार्टअप वित्तीय प्रणाली के नए क्षेत्रों में प्रवेश कर सकें और प्रतिस्पर्धी परिदृश्य को बदल सकें। यह स्टार्टअप्स के साथ-साथ संभावित निवेशकों को नवीनतम रुझानों के साथ नए उत्पादों और सेवाओं को नया करने के लिए एक मंच प्रदान करेगा।