देहरादून के घंटाघर से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा नमो युवा रन का फ्लैग ऑफ करना सिर्फ एक औपचारिकता नहीं, बल्कि युवाओं के लिए प्रेरणा का संदेश है। जब मुख्यमंत्री स्वयं प्रतिभागियों के साथ दौड़ में शामिल हुए, तो यह दृश्य उस नए भारत का प्रतीक बन गया जिसमें नेतृत्व और युवा शक्ति एक साथ आगे बढ़ रहे हैं।
फिटनेस और राष्ट्रभक्ति का संगम
मुख्यमंत्री ने सही कहा कि यह केवल एक खेल आयोजन नहीं, बल्कि युवाओं में ऊर्जा, स्वास्थ्य, अनुशासन और राष्ट्रभक्ति का प्रतीक है। फिट इंडिया मूवमेंट और सेवा पखवाड़ा को जोड़ने वाला यह आयोजन इस बात का प्रमाण है कि फिटनेस अब व्यक्तिगत नहीं, बल्कि सामूहिक जिम्मेदारी का हिस्सा है।
सेवा पखवाड़ा का व्यापक संदेश
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से चल रहे सेवा पखवाड़ा ने समाज को सेवा, समर्पण और जनकल्याण की नई परिभाषा दी है। यह पहल केवल औपचारिक कार्यक्रम नहीं है, बल्कि हर वर्ग को यह अवसर देती है कि वह राष्ट्रहित में योगदान करे। दौड़ जैसी गतिविधियाँ युवाओं की ऊर्जा को सकारात्मक दिशा देती हैं और यह सुनिश्चित करती हैं कि उनकी शक्ति राष्ट्र निर्माण में सार्थक रूप से जुड़ सके।
युवा शक्ति: भारत का भविष्य
उत्तराखंड जैसे युवा राज्य में ऐसे आयोजनों का महत्व और भी बढ़ जाता है। पलायन, बेरोज़गारी और नशे की चुनौती से जूझते पहाड़ों में जब युवा फिटनेस, अनुशासन और राष्ट्रप्रेम की राह चुनते हैं, तो वह समाज की नई दिशा तय करते हैं। यही शक्ति भारत को विकसित राष्ट्र की ओर ले जाएगी।
नमो युवा रन ने यह स्पष्ट कर दिया है कि स्वस्थ युवा ही सशक्त राष्ट्र की नींव हैं। यह आयोजन केवल एक दौड़ नहीं, बल्कि एक सामूहिक संकल्प है—कि उत्तराखंड और भारत के युवा अपनी ऊर्जा को व्यक्तिगत विकास से आगे बढ़कर राष्ट्रनिर्माण में समर्पित करेंगे।