तीन दिवसीय तातापानी महोत्सव का भव्य शुभारंभ | 300 बेटियों का विवाह संपन्न | 177 करोड़ के विकास कार्यों का लोकार्पण
रायपुर, 14 जनवरी 2025
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने बलरामपुर-रामानुजगंज जिले में आयोजित तातापानी महोत्सव के उद्घाटन अवसर पर छत्तीसगढ़ की संस्कृति और परंपराओं की अनूठी विशेषताओं को रेखांकित किया। उन्होंने कहा, “छत्तीसगढ़ पूरे विश्व में इकलौता ऐसा राज्य है, जहां भांजे को भगवान का स्वरूप माना जाता है। उन्हें चरण पखारकर और दंडवत प्रणाम कर सम्मानित किया जाता है।” मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य सरकार की ‘श्रीराम लला दर्शन योजना’ के तहत 20,000 से अधिक श्रद्धालु अब तक अयोध्या में भगवान श्रीराम के दर्शन कर चुके हैं।
तातापानी को विकसित पर्यटन स्थल बनाने का वादा पूरा
मुख्यमंत्री ने कहा, “तातापानी संक्रांति परब हमारे राज्य का गौरव है। इस पवित्र स्थल को पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने का जो वादा पिछले साल किया गया था, वह अब पूरा होता दिख रहा है। यहां के गर्म पानी के कुंड प्राकृतिक सौंदर्य और शक्ति के अनुपम उदाहरण हैं। सरगुजा और बस्तर जैसे क्षेत्रों में भी पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं, और सरकार इन स्थलों को वैश्विक आकर्षण का केंद्र बनाने के लिए कार्यरत है।”
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने 177 करोड़ रुपये के 198 विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन किया। इनमें 134 करोड़ रुपये की लागत से 140 नए कार्यों का भूमिपूजन और 43 करोड़ रुपये के 58 पूर्ण कार्यों का लोकार्पण शामिल है। उन्होंने बलरामपुर कॉलेज में ऑडिटोरियम निर्माण की भी घोषणा की।
मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना: 300 बेटियों के विवाह का आयोजन
मुख्यमंत्री ने मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत आयोजित सामूहिक विवाह में भाग लिया, जहां 300 बेटियों का विवाह संपन्न हुआ। उन्होंने नवविवाहित जोड़ों को आशीर्वाद देते हुए उनके सुखी और समृद्ध जीवन की कामना की।
रोजगार और विकास के नए अवसर
मुख्यमंत्री ने कहा कि तातापानी जैसे पर्यटन स्थलों के विकास से रोजगार और आय के अवसरों में वृद्धि होगी। इस महोत्सव में न केवल लोक कलाकारों की प्रस्तुतियों का आनंद लिया जा सकता है, बल्कि पतंगबाजी और पैरासेलिंग जैसी गतिविधियों के माध्यम से लोगों को मनोरंजन और रोमांच का अनुभव भी मिलेगा।
किसानों और गरीब परिवारों के लिए राहत
मुख्यमंत्री ने इस मौके पर राज्य की कृषि और सामाजिक योजनाओं का जिक्र करते हुए कहा:
- धान खरीदी योजना: प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान की खरीदी ₹3100 प्रति क्विंटल की दर से की जा रही है, जिससे किसानों के घरों में इस साल रिकॉर्ड आय होगी।
- तेंदूपत्ता संग्राहकों के लिए राहत: तेंदूपत्ता संग्रहण दर को ₹4000 से बढ़ाकर ₹5500 प्रति मानक बोरा कर दिया गया है।
- निःशुल्क राशन योजना: राज्य के गरीब परिवारों को आगामी पांच वर्षों तक मुफ्त राशन उपलब्ध कराया जाएगा।
प्रधानमंत्री आवास योजना में बड़ा सुधार
मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ में सभी पात्र परिवारों को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पक्के घर उपलब्ध कराए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि नये सर्वे में पात्रता की आय सीमा को बढ़ाकर ₹15,000 मासिक कर दिया गया है। अब ढाई एकड़ सिंचित या पांच एकड़ असिंचित भूमि रखने वाले परिवार भी इस योजना के लिए पात्र होंगे।
हितग्राही अब स्वयं मोबाइल ऐप के जरिए आवेदन और सर्वेक्षण कर सकते हैं। अगले वित्तीय वर्ष में राज्य को 4 लाख नए आवास की स्वीकृति मिलने की उम्मीद है।
तातापानी महोत्सव का सामाजिक और सांस्कृतिक महत्व
महोत्सव का उद्देश्य केवल मनोरंजन तक सीमित नहीं है; यह समाज में एकता और सौहार्द का संदेश भी देता है। इस दौरान किसान संगोष्ठी और पंच-सरपंच सम्मेलन का आयोजन किया गया।
मुख्यमंत्री ने कहा, “हमारा लक्ष्य यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के विकसित भारत के सपने को साकार करना है। उसी दिशा में छत्तीसगढ़ भी विकास और समृद्धि के पथ पर निरंतर अग्रसर है।”
गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति
इस अवसर पर प्रदेश के कृषि मंत्री श्री रामविचार नेताम, सामरी विधायक श्रीमती उद्देश्वरी पैकरा, प्रतापपुर विधायक श्रीमती शंकुतला पोर्ते, सरगुजा विधायक श्री राजेश अग्रवाल, और लुंड्रा विधायक श्री प्रबोध मिंज सहित अनेक जनप्रतिनिधि और गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
निष्कर्ष
तातापानी महोत्सव केवल छत्तीसगढ़ की संस्कृति और परंपरा का उत्सव नहीं है, बल्कि यह राज्य की विकास यात्रा का एक प्रतीक भी है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ जनकल्याण, कृषि और पर्यटन के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित कर रहा है।