उपराष्ट्रपति ने इस बात पर जोर दिया कि ‘वोकल फॉर लोकल’ स्वदेशी के लिए प्यार समय की जरूरत है
उपराष्ट्रपति ने कहा, आज कोई भी व्यक्ति कर प्रशासक से नहीं डरता है, यह एक आदर्श बदलाव है
उपराष्ट्रपति ने परामर्श और समर्थन के माध्यम से करदाताओं की संख्या बढ़ाने का आह्वान किया
आज करदाता आश्वस्त है कि उसके कर भुगतान का अधिकतम उपयोग राष्ट्रीय विकास के लिए किया जा रहा है-उपराष्ट्रपति
अनुकरणीय अधिकारी और नागरिक बनने का सबसे सुरक्षित मार्ग शॉर्टकट लेने से परहेज करना और कानून के शासन का अनुपालन करना है: उपराष्ट्रपति
उपराष्ट्रपति ने आज भारतीय राजस्व सेवा (आईआरएस) के 77वें बैच के प्रशिक्षु अधिकारियों को संबोधित किया
उपराष्ट्रपति, श्री जगदीप धनखड़ ने आज भारतीय राजस्व सेवा समुदाय से “देश में आर्थिक राष्ट्रवाद की भावना को प्रोत्साहन देने के लिए सक्रिय मिशन मोड” में रहने का आग्रह किया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि परिहार्य आयात भारत के विदेशी मुद्रा भंडार पर भारी बोझ था, जो रोजगार और उद्यमिता के अवसरों को भी प्रभावित कर रहा था। उन्होंने बल देते कहा कि ‘वोकल फॉर लोकल’ और स्वदेशी के लिए प्यार समय की आवश्यकता थी और इस प्राथमिकता दी जानी चाहिए।
विकासशील Bharat@2047 की नींव रखने में युवा अधिकारियों की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डालते हुए, उपराष्ट्रपति ने कहा, “आपको गर्व, उत्तरदायित्व और उचित अखंडता के साथ इस जिम्मेदारी को धारण करना चाहिए। उन्होंने युवा अधिकारियों को लोगों में इस भावना का समावेश करने के लिए प्रोत्साहित किया कि सफलता का सबसे सुरक्षित मार्ग शॉर्टकट अपनाने से बचना और कानून का शासन बनाए रखना है।